नागदा, अग्निपथ। नागदा नगर से लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित डेलनपुर हनुमानजी मंदिर में चोरी की चौथी वारदात सामने आई है। बदमाशों ने मंदिर की दानपेटी से लगभग 10,000 रुपये चुरा लिए और फरार हो गए। यह घटना मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है, क्योंकि पिछले एक-दो महीनों के अंतराल पर मंदिर में पहले भी तीन चोरियां हो चुकी हैं। मंडी पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
चोरी का घटनाक्रम
मंदिर समिति के सचिव रमेशचंद्र राठौड़ मंगलवार सुबह 5:30 बजे जब मंदिर पहुँचे, तब उन्हें चोरी का पता चला। मंडी पुलिस को सूचना मिलते ही वे मौके पर पहुँचे और मुआयना किया। पुलिस के अनुसार, यह वारदात सोमवार रात 11 बजे से मंगलवार सुबह 5 बजे के बीच हुई बताई जा रही है, जब मंदिर में कोई नहीं रहता है। बदमाशों ने मंदिर के बाहर रखी दानपेटी को उठाकर मंदिर के पीछे ले गए, जहाँ उन्होंने ताला तोड़कर उसमें से करीब 10,000 रुपये चुरा लिए।
पुलिस जांच और आशंकाएं
मंदिर समिति के सचिव रमेशचंद्र राठौड़ की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। फरियादी ने पुलिस को बताया कि वे सोमवार रात 9 बजे तक मंदिर पर थे, तब तक दानपात्र सुरक्षित रखा हुआ था। मंगलवार सुबह जब वे दोबारा पहुँचे, तो दानपात्र गायब मिला। मंदिर प्रबंधन ने पुलिस को बताया कि दानपेटी काफी वजनी है, ऐसे में किसी एक व्यक्ति के लिए उसे उठाना मुश्किल है। इसलिए, पुलिस को आशंका है कि इस वारदात में दो या दो से अधिक बदमाशों का हाथ हो सकता है। पुलिस सीसीटीवी कैमरों की मदद से बदमाशों तक पहुँचने की कोशिश कर रही है।
मंदिर में लगातार चोरियां और सुरक्षा का अभाव
डेलनपुर हनुमानजी मंदिर में चोरी की यह चौथी वारदात है। इससे पहले वर्ष 2022 में भी एक-दो महीने के अंतराल पर तीन चोरियां हो चुकी हैं, जिनकी रिपोर्ट मंदिर थाने में दर्ज हैं। बताया जाता है कि पिछली वारदातों में भी बदमाशों ने दानपेटी को ही निशाना बनाया था, और तब बदमाश दानपेटी से 50,000 से 1 लाख रुपये तक चुराकर ले गए थे।
डेलनपुर में हनुमानजी के नए मंदिर निर्माण का कार्य चल रहा है। मंदिर के मुख्य गेट के अलावा आसपास से भी रास्ते हैं, जहाँ से आसानी से मंदिर में प्रवेश किया जा सकता है। निर्माण के चलते मंदिर की दानपेटी प्रतिमा के सामने ही रखी रहती है और सुरक्षा के तौर पर उस पर ताला लगा रहता है। हालांकि, मंदिर के आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। चूंकि ग्राम रोहलखुर्द से मंदिर लगभग 1-2 किलोमीटर की दूरी पर है और मंदिर के आसपास कुछ मकान हैं, लेकिन रात में सन्नाटा पसरा रहता है। इस रास्ते से अक्सर कंजर भी आना-जाना करते हैं, क्योंकि पहले भी पुलिस ने इस रास्ते से कंजरों को पकड़ा था।
इस लगातार हो रही चोरियों ने स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं में चिंता पैदा कर दी है, और वे मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की मांग कर रहे हैं।
पुलिस अधिकारी का बयान
टी.आई. प्रतीक शर्मा, थाना नागदा, ने बताया, “मंदिर समिति के सचिव की शिकायत पर केस दर्ज किया है, जांच जारी है। वारदात के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं। प्रथम दृष्टया यह पता चला है कि चोरी में दो या दो से अधिक बदमाशों की संलिप्तता हो सकती है।”
