तराना, अग्निपथ। दीपावली के बाद शुक्रवार को तराना कृषि उपज मंडी में शुभ मुहूर्त के सौदे हुए। इस दौरान किसानों की उपज को आम दिनों की तुलना में अधिक भाव मिला। ‘पीला सोना’ कही जाने वाली सोयाबीन सर्वाधिक पाँच हज़ार एक सौ इक्यावन रुपये प्रति क्विंटल के भाव बिकी। मुहूर्त की खरीदारी में व्यापारियों ने डॉलर चना, गेहूँ और चना की खरीदी भी की।
पूजन-अर्चन के बाद हुई सौदों की शुरुआत
सौदों की शुरुआत से पहले मंडी प्रांगण में स्थित श्री गणेश मंदिर में पुजारी लखन शर्मा द्वारा विधिवत पूजा-अर्चना की गई। इसके बाद ढोल-धमाके और आतिशबाजी के साथ सौदे शुरू हुए। तराना निवासी किसान हुकुम सिंह की सोयाबीन उपज की बोली पाँच हज़ार एक सौ इक्यावन रुपये लगी, जिसे प्रदीप ट्रेडिंग कंपनी ने सर्वाधिक बोली लगाकर खरीदा। इस अवसर पर मंडी में उपस्थित किसान का पुष्पमाला पहनाकर स्वागत भी किया गया।
मुहूर्त में अन्य सौदे भी ऊँचे भाव पर हुए, जिसमें गोपाल दुबली की सोयाबीन महेंद्र ट्रेडर्स ने पाँच हज़ार एक सौ इक्यावन रुपये, कालू सिंह डुडली की सोयाबीन सांवरिया ट्रेडर्स ने पाँच हज़ार एक सौ इक्यावन रुपये और कमल दुबली की सोयाबीन श्री हनुमान ट्रेडर्स ने पाँच हज़ार एक सौ इक्कीस रुपये प्रति क्विंटल के भाव खरीदी।
किसानों को भावांतर योजना का लाभ
मंडी सचिव मानसिंह यादव ने बताया कि प्रतिवर्ष दीपावली के बाद शुभ मुहूर्त के सौदे होते हैं, जिसमें किसानों को उपज का अधिक दाम मिलता है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि किसानों को चौबीस अक्टूबर से सरकार की भावांतर योजना का लाभ मिलना शुरू हो गया है। इस योजना के तहत सोयाबीन बेचने वाले किसानों को अपने साथ आधार कार्ड, बैंक पासबुक और पंजीयन की फोटो कॉपी लाना अनिवार्य है। सभी दस्तावेज जमा होने के बाद ही उपज भावांतर योजना में मानी जाएगी।
व्यापारियों द्वारा किसानों की राशि का भुगतान आरटीजीएस के माध्यम से सीधे उनके खाते में किया जाएगा, और सरकार की तरफ से भावांतर की राशि पंद्रह दिनों में दी जाएगी। इस मौके पर तराना एसडीएम बृजेश सक्सेना, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी, मंडी प्रांगण प्रभारी दिलीप कड़ोदिया, नीलाम कर्ता लोकेंद्र कच्छावा सहित मंडी कर्मचारी, हम्माल, तुलावटी और किसान बंधु मौजूद रहे।
