हिन्दू संगठन ने पुलिस के सुपुर्द किया
उज्जैन, अग्निपथ। देवास गेट थाना पुलिस ने हिन्दू संगठन के कार्यकर्ता की शिकायत पर शिवपुरी के रहने वाले एक मुस्लिम युवक को दो बच्चों की मां हिन्दू महिला के साथ संदिग्ध हालत में पकड़ा है। वह महाकाल दर्शन के बहाने उसे उज्जैन लेकर आया और यहां रूम लेकर रुकने की बात पर दोनों के बीच बहस हो गई। तभी हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं को जानकारी मिली तो उन्होंने युवक को पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
विश्व हिंदू परिषद माधव प्रखंड गौरक्षा प्रमुख शिवा रायकवार ने बताया कि वह रेलवे स्टेशन से ऑटो चलाते हैं। मंगलवार सुबह उन्हें स्टेशन पर उक्त युवक और महिला मिली। महिला महाकाल दर्शन करने का बोल रही थी जबकि युवक होटल में रूम लेने का बोल रहा था इसी बात पर दोनों के बीच कहासुनी हो रही थी।
इसी दौरान शिवा अपनी ऑटो लेकर उनके पास पहुंचा और कहां जाना है पूछा तो महिला ने कहा कि महाकाल मंदिर दर्शन करने जाना है जबकि वह युवक बोला कि पहले होटल में रूम लेना है। वहां से तैयार होकर फिर महाकाल जाएंगे। महिला ने कहा कि वह घर से नहाकर आई है अब सीधे महाकाल दर्शन के लिए ही जाना है।
इस पर शिवा ने समझाया कि ठीक है पहले होटल में कमरा लेकर अपना सामन रख दो और स्नान के बाद महाकाल चले जाना। इस पर महिला भी तैयार हो गई। वे जब होटल पर रूम लेने पहुंचे तो आईडी नहीं बताना चाहते थे। आईडी की अनिवार्यता होने पर समीर ने अपना आधार कार्ड निकाला तो पता चला कि वह मुस्लिम युवक है। इस पर शिवा को संदेह हुआ तो उसने पूछताछ की।
पता चला कि मुस्लिम युवक शिवपुरी से उक्त महिला को भगाकर लाया है। उसके दो बच्चे 13 साल की बालिका और 10 साल का लडक़ा भी उसके साथ हैं। समीर और महिला एक ही दुकान पर काम करते हैं। जहां महिला ने उसे महाकाल दर्शन के लिए उज्जैन चलने का बोला था। पूरा मामला संदेहास्पद लगा तो हिन्दूवादी संगठन के शिवा रायकवार ने अन्य कार्यकर्ताओं को सूचित कर बुलाया और युवक को देवास गेट पुलिस थाने लेकर गए।
समीर के मोबाइल में मिले आपत्तिजनक वीडियो
शिवा ने बताया कि समीर के मोबाइल में उक्त महिला के आपत्तिजनक फोटो भी हैं। संभवत: इसके जरिए वो महिला को ब्लैकमेल कर उज्जैन लाया होगा। इसके अलावा समीर ने इंस्टाग्राम पर 13 से ज्यादा अलग अलग नाम से फर्जी आईडी बना रखी है। पुलिस ने समीर को गिरफ्तार कर लिया है।
महिला का पति जीवित
महिला ने पहले बताया था कि उसके पति की मौत हो गई है। जबकि हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने जब महिला से परिजनों का नम्बर लेकर उसके घर फोन लगाया तो पता चला कि उसका पति जीवित है लेकिन दो साल से अलग रहता है। पुलिस मामले में जांच कर रही है।
