प्रदेश स्तरीय समीक्षा रिपोर्ट में खुलासा
धार, अग्निपथ। प्रदेश में शासकीय उचित मूल्य की दुकानों से खाद्यान्न वितरण को लेकर जारी समीक्षा रिपोर्ट ने चौंकाने वाले आंकड़े सामने लाए हैं। मालवांचल के धार, झाबुआ, आलीराजपुर और देवास जिले इस बार वितरण व्यवस्था में फिसड्डी साबित हुए हैं। बुधवार को जारी प्रदेश स्तरीय रिपोर्ट में इन जिलों को ‘रेड जोन’ में रखा गया है, जहां खाद्यान्न वितरण का प्रतिशत 60 से भी कम दर्ज किया गया है।
प्रदेश के 55 जिलों में से 23 जिले रेड जोन में हैं। यह वह श्रेणी है जहां शासन द्वारा निर्धारित पात्र लाभार्थियों को समय पर खाद्यान्न वितरण नहीं हो पा रहा। जबकि सरकारी रिपोर्टों में हर माह ‘पूर्ण वितरण’ के दावे किए जाते हैं। रेड जोन में आए जिलों को जल्द सुधार की चेतावनी दी गई है, अन्यथा आगामी समीक्षा में प्रशासनिक कार्रवाई तय मानी जा रही है।
धार में केवल 55 प्रतिशत, झाबुआ में 50 प्रतिशत वितरण
रिपोर्ट के अनुसार धार जिले में केवल 55 प्रतिशत, झाबुआ में 50 प्रतिशत, आलीराजपुर में 54 प्रतिशत और देवास में 57 प्रतिशत राशन वितरण हुआ है। यानी इन जिलों के लगभग आधे से अधिक पात्र कार्डधारियों को अब तक खाद्यान्न नहीं मिला है।
समीपवर्ती कई जिले भी रेड जोन में शामिल
सूची अनुसार, जबलपुर (44 प्रतिशत), रीवा (43 प्रतिशत), सागर (44 प्रतिशत), दमोह (47 प्रतिशत), शिवपुरी (44 प्रतिशत), कटनी (50 प्रतिशत), हरदा (58 प्रतिशत), राजगढ़ (51 प्रतिशत), भिंड (56 प्रतिशत), छतरपुर (54 प्रतिशत), निवाड़ी (50 प्रतिशत), उज्जैन (58 प्रतिशत), टीकमगढ़ (54 प्रतिशत), बड़वानी (56 प्रतिशत) और अशोकनगर (55 प्रतिशत) जैसे जिले भी रेड जोन में हैं।
अनूपपुर और शहडोल ने किया बेहतर प्रदर्शन
जहां एक ओर कई जिले फिसड्डी साबित हुए हैं, वहीं अनूपपुर और शहडोल ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर राहत दी है। अनूपपुर में 1.51 लाख कार्डधारियों में से 1.11 लाख परिवारों को खाद्यान्न वितरण हो चुका है। इसी तरह शहडोल में 2.30 लाख में से 1.70 लाख कार्डधारियों तक राशन पहुंचा है, जो लगभग 74 प्रतिशत वितरण दर है।
सवालों के घेरे में व्यवस्था
प्रदेश सरकार की इस समीक्षा ने एक बार फिर खाद्य आपूर्ति तंत्र पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों से लगातार शिकायतें मिल रही हैं कि पात्र लाभार्थियों को पूरा अनाज नहीं मिल रहा या वितरण में देरी की जा रही है। रिपोर्ट के बाद अब इन जिलों के जिमेदार अधिकारियों से जवाबदेही तय किए जाने की उमीद है।
वितरण बढ़ जाएगा
अभी त्योहारों के कारण वितरण व्यवस्था में कमी आई थी। एक-दो दिन बाद वितरण बढ़ जाएगा।
-श्रीराम बर्डे, जिला आपूर्ति अधिकारी धार
