धार, अग्निपथ। धार जिला जहां एक ओर अपनी ऐतिहासिक पहचान के लिए जाना जाता है, वहीं दूसरी ओर अवैध शराब के कारोबार को लेकर भी अक्सर चर्चा में रहता है। इस चुनौती से निपटने के लिए धार आबकारी विभाग ने वर्ष 2025 में बड़ी कार्यवाहियां कर प्रदेश स्तर पर अपनी एक अलग पहचान बनाई है। अन्य जिलों के ठेकेदारों द्वारा धार के रास्ते अवैध शराब परिवहन की कोशिशों को नाकाम करने के लिए विभाग निरंतर मुस्तैद है। आदिवासी बाहुल्य जिला होने के कारण यहां महुआ लहान और हाथ भट्टी शराब का निर्माण एक बड़ी समस्या है, जिस पर अंकुश लगाने के लिए आबकारी आयुक्त राजनारायण सोनी के नेतृत्व में विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।
12 माह में 2448 आरोपी गिरफ्तार, करोड़ों की शराब जब्त
आबकारी विभाग द्वारा प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, 1 जनवरी 2025 से 29 दिसंबर 2025 तक जिले में अवैध मदिरा के कुल 4493 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। इन कार्यवाहियों में 2448 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल की हवा खानी पड़ी है। विभाग ने इस अवधि में 7805 बल्क लीटर देसी शराब, 30138 बल्क लीटर हाथ भट्टी शराब, 6790 बल्क लीटर विदेशी मदिरा, 19,791 बल्क लीटर बीयर और 845 बल्क लीटर ताड़ी जब्त की है। सबसे बड़ी सफलता महुआ लहान के खिलाफ मिली है, जिसमें 3 लाख 49 हजार बल्क लीटर लहान नष्ट किया गया। कुल जब्त शराब की कीमत लगभग 5 करोड़ 39 लाख रुपये आंकी गई है।
गुजरात तस्करी का रूट बना धार, 50 वाहन जब्त
धार जिला भौगोलिक दृष्टि से गुजरात की सीमा के करीब होने के कारण अवैध शराब तस्करी का मुख्य मार्ग (रूट) बन जाता है। इंदौर-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग और लेबड़-मानपुर फोरलेन का उपयोग तस्कर गुजरात में शराब खपाने के लिए करते हैं। विभाग ने इस वर्ष तस्करी में लिप्त 50 वाहनों को जब्त किया है, जिनका मूल्य लगभग 2 करोड़ 30 लाख रुपये है। यदि आबकारी विभाग समय रहते ये कार्यवाहियां नहीं करता, तो करोड़ों रुपये की यह शराब पड़ोसी राज्य गुजरात पहुंच जाती।
सतर्कता से टली जहरीली शराब की त्रासदी
धार जिले के भीतरी अंचलों, नदी और नालों के पास अवैध रूप से शराब बनाने के अड्डे संचालित होते हैं। हालांकि, आबकारी विभाग की निरंतर सक्रियता का ही परिणाम है कि पिछले एक दशक में जिले में जहरीली शराब के कारण कोई जनहानि नहीं हुई है। फिर भी, अत्यधिक शराब सेवन के कारण लीवर और फेफड़ों की बीमारियों से होने वाली मौतों का आंकड़ा चिंताजनक बना हुआ है।
“कलेक्टर महोदय के मार्गदर्शन में आबकारी टीम ने जिलेभर में अवैध शराब के निर्माण और परिवहन पर प्रभावी कार्रवाई की है। यह अभियान आगे भी निरंतर जारी रहेगा ताकि अवैध कारोबार पर पूरी तरह लगाम लगाई जा सके।” – राजनारायण सोनी, आयुक्त आबकारी, धार
