धार, अग्निपथ। धार जिले में कड़ाके की ठंड का दौर शुरू हो गया है। शनिवार-रविवार की रात न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन का सबसे कम तापमान है। यह पिछले 20 सालों में नवंबर के महीने में दर्ज किया गया सबसे कम पारा है, जिसने ठंड का सालों पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। उत्तरी-पूर्वी हवाओं के कारण तापमान में यह तेज़ी से गिरावट आई है और आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने की संभावना है।
🔥 इस बार जल्दी शुरू हुई रिकॉर्ड-तोड़ ठंड
इस वर्ष नवंबर के पहले सप्ताह से ही ठंड का असर शुरू हो गया है, जबकि आमतौर पर इसका असर 15 नवंबर के बाद बढ़ता है।
तापमान की तुलना: पिछले साल 15 नवंबर को न्यूनतम तापमान $14.5$ डिग्री सेल्सियस था, जबकि इस बार यह $10$ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। यानी न्यूनतम तापमान में करीब $4$ डिग्री की भारी कमी आई है।
हवाओं का असर: उत्तरी-पूर्वी हवाएं चलने और पहाड़ी राज्यों (उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर) में बर्फबारी के कारण यह शीतलहर मैदानों तक पहुँच रही है। मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि हवाओं का रुख उत्तरी ही बना रहेगा, जिससे ठंड में इज़ाफ़ा होगा।
⚠️ स्वास्थ्य और जन-जीवन पर असर
कड़ाके की ठंड का असर लोगों के स्वास्थ्य और दैनिक जीवन पर दिखने लगा है:
- स्वास्थ्य जोखिम: तापमान में गिरावट के कारण मौसमी बीमारियाँ जैसे सर्दी, खाँसी, बुखार और वायरल के मरीजों की संख्या जिला अस्पताल में बढ़ गई है।
- हार्ट अटैक का खतरा: एमडी मेडिसिन डॉ. सुमित सिसौदिया के अनुसार, अत्यधिक सर्दी में ‘केटिकोलामीन’ हार्मोन बढ़ जाता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है। साथ ही, ‘फिब्रिनोजन’ नामक पदार्थ के कारण खून गाढ़ा हो जाता है, जो हार्ट अटैक और ब्रेन अटैक का कारण बनता है।
- बाज़ार में रौनक: ठंड से बचने के लिए लोगों ने गर्म कपड़ों की खरीदारी शुरू कर दी है, जिससे बाज़ारों में दुकानें सज गई हैं।
अलाव की कमी: रात को चौक-चौराहों पर प्रशासन की तरफ से अलाव की व्यवस्था नहीं होने के कारण लोगों को स्वयं व्यवस्था करनी पड़ रही है।
किसानों के लिए अनुकूल मौसम
मौसम वैज्ञानिक के अनुसार, वर्तमान में ठंडक के कारण बोवनी (बुवाई) के लिए मौसम अनुकूल है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे गेहूं और चने की बोवनी कर सकते हैं।
आगामी चार दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार दिनों तक न्यूनतम तापमान $9$ से $10$ डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहेगा। आसमान साफ रहने से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कमी बनी रहेगी, जिससे ठंड का असर बरकरार रहेगा। अभी शीतलहर या बारिश का कोई पूर्वानुमान नहीं है।
