गुर्जर बोले- 2018 में हजारों फर्जी वोटर पकड़े तो जीत मिली, निजी सर्वे से पकड़ाया फर्जीवाड़ा
उज्जैन, अग्निपथ। वोटर लिस्ट में गड़बड़ी पर राहुल गांधी के दावे के बाद, पूर्व विधायक दिलीप गुर्जर का बड़ा खुलासा उज्जैन, अग्निपथ। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के आरोप लगाने के बाद नागदा-खाचरोद के पूर्व विधायक दिलीप गुर्जर ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि 2013 में नागदा में 36 हजार वोटर बढ़ाए गए थे और 10 हजार नाम काट दिए गए थे, जिससे वे 16 हजार वोटों से चुनाव हार गए थे।
एक ही पते पर कई फर्जी मतदाता
गुर्जर ने आरोप लगाया कि 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने एक निजी एनजीओ से वोटर लिस्ट की जांच कराई, जिसमें हजारों फर्जी मतदाता पाए गए। एक ही पते पर कई लोगों के नाम दर्ज थे। शिकायत के बाद इन फर्जी नामों को कटवाया गया, जिससे वे 5 हजार वोटों से चुनाव जीते।
परिणाम से पहले ही पता था जीत का आंकड़ा
दिलीप गुर्जर ने 2023 के चुनाव पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने बताया कि बीजेपी के पूर्व मंडल अध्यक्ष ने परिणाम घोषित होने से तीन दिन पहले, 30 नवंबर को ही सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डालकर बता दिया था कि कौन उम्मीदवार कितने वोटों से जीत रहा है।
दिग्विजय सिंह ने इस पोस्ट को ट्वीट कर मामले को उजागर किया था। चुनाव के वास्तविक परिणाम में बीजेपी उम्मीदवार के वोटों में 552 और कांग्रेस उम्मीदवार के वोटों में 625 का मामूली अंतर था, जो पहले से पोस्ट किए गए आंकड़ों से मेल खाता था।
वोटर लिस्ट में हेरफेर का आरोप
गुर्जर ने यह भी बताया कि 2013 में 36 हजार वोटर बढ़े थे, जबकि 2018 में केवल 18 हजार वोटर बढ़े। उन्होंने दावा किया कि 6 बूथों पर तो मतदाताओं की संख्या बढ़ने के बजाय कम हो गई थी। इस मामले की शिकायत उन्होंने चुनाव आयोग से की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब दिलीप गुर्जर इस मामले को राहुल गांधी तक पहुंचाने की बात कह रहे हैं और मध्य प्रदेश में भी ‘वोट चोरी’ का खुलासा करने का दावा कर रहे हैं।
