पोलायकला (शाजापुर), अग्निपथ। पोलायकला नगर में प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिलने से एक गरीब परिवार का कच्चा मकान रात की बारिश में ढह गया। गनीमत रही कि दीवार घर के अंदर नहीं गिरी, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। वार्ड क्रमांक 8 की निवासी निर्मला जीवनसिंह का परिवार, जो 2016 से आवास योजना का इंतजार कर रहा है, इस घटना के बाद बुरी तरह सहमा हुआ है।
निर्मला ने बताया कि देर रात करीब 1:30 बजे उनके मिट्टी के मकान की दीवार भरभराकर गिर गई, जबकि उनका पूरा परिवार अंदर सोया हुआ था। अगर दीवार अंदर की तरफ गिरती, तो उनके दोनों बच्चों और पति-पत्नी की जान जा सकती थी। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 8 सालों से वे प्रधानमंत्री आवास के लिए लगातार आवेदन कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन सिर्फ जांच के नाम पर खानापूर्ति कर रहा है।
यह घटना 2028 तक सभी को पक्का घर देने के प्रधानमंत्री आवास की आस पर सवाल उठाती है। एक तरफ शहरी और ग्रामीण विकास मंत्रालय इस योजना को गरीबों के लिए महत्वपूर्ण मानता है, वहीं पोलायकला में यह योजना दम तोड़ती दिख रही है।
निर्मला के मुताबिक, वे और उनके पति मजदूरी करके जीवनयापन करते हैं और उनके पास रहने के लिए कोई दूसरा घर नहीं है। उन्होंने कई बार एसडीएम, तहसीलदार और सीएमओ से गुहार लगाई, लेकिन कोई जिम्मेदार अधिकारी उनकी सुनवाई नहीं कर रहा है। इस घटना के बाद भी उन्हें अपने क्षतिग्रस्त मकान में रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
शिकायतों से अटकी प्रधानमंत्री आवास की योजना
इस मामले पर पोलायकला नगर परिषद अध्यक्ष पवन राजकुमार ने कहा कि परिषद का लक्ष्य है कि ज्यादा से ज्यादा नागरिकों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिले। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना-02 के तहत मार्च 2025 तक 899 आवेदन ऑनलाइन मिले थे। जांच के बाद 607 हितग्राही पात्र पाए गए, जिनकी सूची शासन को भेज दी गई है।
उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोगों की शिकायतों के कारण पात्र हितग्राहियों को भी लाभ नहीं मिल पा रहा है। वहीं, भाजपा नगर परिषद उपाध्यक्ष माया कैलाश मंडलोई ने बताया कि सूची भेज दी गई है, लेकिन शिकायत की वजह से रोक दी गई है। उन्होंने प्रशासन और विधायक से अपील की कि वे झूठी शिकायतों पर ध्यान न दें और पात्र लोगों को जल्द से जल्द योजना का लाभ दिलाएं।
