मृत लोगों के नाम पर वाहन फाइनेंस करवाकर बेचे, खुद ने ही चोरी करवाए
उज्जैन, अग्निपथ। पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों से वाहन फाइनेंस करवा कर बेचने और फिर खुद ही चोरी करवाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पहली बार इस तरह का फर्जीवाड़ा सामने आया है जिसमें आरोपियों ने मृत लोगों के नाम से दो पहिया वाहन फाइनेंस करवाई और फिर उसे बेच दिया। यही नहीं बेचने के बाद अगले ही दिन इन वाहनों को खुद ही अपने अन्य साथियों से चोरी कारबाई है।
पुलिस ने ऐसे 34 वाहनों का फर्जीवाड़ा पकड़ा है। जीवजीगंज पुलिस ने नागदा के जीशान पिता अनवर खान तथा गोलू पिता जमील खान से 13 दो पहिया वाहन जब्त किए इसकी कीमत करीब 19 लाख रुपए है। इनमें बुलेट सहित अन्य महंगी गाडिय़ों भी शामिल है। दोनों ने अपने अन्य दो साथी इमरान उर्फ लालू पिता पिता असलम खान तथा मोंटू पिता वीरेंद्र रघुवंशी निवासी नागदा के साथ माइकर इस जालसाजी को अंजाम दिया।
एस पी प्रदीप शर्मा ने प्रेस से चर्चा में पूरे मामले का खुलासा किया। एसपी ने बताया कि इस मामले में केवल जालसाज ही नहीं बल्कि चोरी का माल खरीदने वाले से लेकर फर्जी दस्तावेजों पर फाइनेंस करने वाले एजेंट भी आरोपी बनाए जाएंगे। एसपी ने कहा कि यह बड़ा जालसाज और शातिर गिरोह है। फाइनेंस हुई सभी 34 गाडिय़ां जब्त होंगी। आरटीओ से सभी गाडिय़ों की डिटेल लेकर आगे कार्रवाई की जाएगी।
