बदनावर, (अल्ताफ मंसूरी) अग्निपथ। सोमवार की रात बदनावर में सावन-भादो मास की छठी और अंतिम शंकर सवारी धूमधाम से निकाली गई। बारिश के बावजूद भी हजारों दर्शकों ने रतजगा कर इस भव्य चल समारोह का आनंद लिया। सवारी में शामिल 10 झांकियों और 5 अखाड़ों के कलाकारों ने अपने प्रदर्शन से सभी का मन मोह लिया।
शाम को हुई हल्की बारिश से आयोजकों को निराशा हुई, लेकिन बारिश रुकते ही लोगों का उत्साह लौट आया। रात 9 बजे शुरू हुआ चल समारोह सुबह 5 बजे तक चला, जब भगवान भोलेनाथ का रथ पिपलेश्वर महादेव मंदिर पहुंचा और आरती के साथ यात्रा का समापन हुआ।
आकर्षण का केंद्र रहीं झांकियां और अखाड़े
इस साल विभिन्न मित्र मंडलों द्वारा बनाई गईं 10 झांकियों ने हर उम्र के दर्शकों को खूब लुभाया। अखाड़ों में नवयुवकों ने अपने शारीरिक कौशल से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। रतलाम से आई गणेश व्यायामशाला की 12 बालिकाओं की टीम ने मलखंभ का हैरतअंगेज प्रदर्शन किया, जिसकी खूब सराहना हुई।
कलाकारों और बैंड ने बांधा समां
भगवान शंकर के रथ के आगे चल रहे न्यू संगम बैंड ने गुजरात और राजस्थान से बुलाए गए कलाकारों के साथ भक्तिमय भजनों की धुन से समां बांध दिया। इन कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों की खूब वाहवाही लूटी।
व्यवस्थाएं और सहयोग
चल समारोह में श्री बैजनाथ भक्त मंडल ने गरमागरम पोहे की प्रसादी बांटी, वहीं श्रीमहादेव भक्त मंडल ने बस स्टैंड पर चाय की व्यवस्था की। विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने भी कलाकारों और उस्तादों का सम्मान किया।
सवारी को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए प्रशासन और पुलिस भी पूरी रात सतर्क रही। नवागत एसडीएम प्रियंका मिमरोट, एसडीओपी अरविंदसिंह तोमर, टीआई अमितसिंह कुशवाह, तहसीलदार सुरेश नागर और सीएमओ लालसिंह राठौर सहित अन्य अधिकारियों और अतिरिक्त पुलिस बल ने पूरी रात चौकसी रखी।
