उज्जैन: आज निकलेगी बाबा महाकाल की शाही सवारी, सेल्फी पर लगा बैन

बाबा महाकाल की शाही सवारी

उज्जैन, अग्निपथ। सावन-भादो मास की अंतिम और बाबा महाकाल की शाही सवारी सोमवार को बाबा महाकाल के नगर भ्रमण के लिए निकलेगी। दोपहर 4 बजे मंदिर में पारंपरिक पूजन के बाद सवारी शुरू होगी, जो करीब 8 किलोमीटर का सफर तय करेगी। सुरक्षा और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए इस बार सवारी में मोबाइल से सेल्फी लेने पर रोक लगाई गई है। नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई के लिए मोबाइल डिटेक्शन टीम भी तैनात रहेगी।

बाबा महाकाल की शाही सवारी 6 रूपों में दर्शन देंगे 

यह शाही सवारी भक्तों को राजाधिराज महाकाल के छह अलग-अलग रूपों के दर्शन कराएगी। पालकी में श्री चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरुड़ रथ पर श्री शिवतांडव, नंदी रथ पर श्री उमा-महेश, डोल रथ पर होलकर स्टेट का मुखारविंद और एक रथ पर सप्त धान मुखारविंद के रूप में बाबा महाकाल भक्तों को दर्शन देंगे। शाही परंपरा के अनुसार, भगवान महाकाल के पूजन के लिए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी सवारी में शामिल होंगे।

गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा

सवारी से पहले मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल द्वारा भगवान को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। बाबा महाकाल की शाही सवारी की शुरुआत प्रचार वाहन, यातायात पुलिस, तोपची, चांदी का ध्वज, घुड़सवार दल और सशस्त्र बल के साथ होगी। इसके बाद 80 भजन मंडलियां, गणमान्य नागरिक, साधु-संत, पुलिस बैंड और पुजारियों के साथ बाबा की पालकी चलेगी। सवारी के आखिर में एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां रहेंगी।

सवारी का रूट और समय

मंदिर से बाबा महाकाल की शाही सवारी शाम 4 बजे रवाना होगी। कोट मोहल्ला, गुदरी चौराहा, बख्शी बाजार चौराहा, हरसिद्धि पाल होते हुए शाम 5.15 बजे रामघाट पर पहुंचेगी, जहां पूजन होगा। इसके बाद वापसी में सवारी मुंबई वाले की धर्मशाला, गणगौर दरवाजा, सत्यनारायण मंदिर, कमरी मार्ग, टंकी चौराहा, तेलीवाड़ा, कंठाल चौराहा, गोपाल मंदिर और गुदरी चौराहा होते हुए रात 10 बजे वापस मंदिर परिसर पहुंचेगी।

महाकाल की सवारी यहां लाइव देखें

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