धार, अग्निपथ। सोयाबीन खरीद के भुगतान को लेकर 3 करोड़ 72 लाख रुपए से अधिक की धोखाधड़ी का एक बड़ा मामला सामने आया है। मंदसौर और इंदौर के लोगों ने एक फर्म के माध्यम से धार के एक व्यापारी से सोयाबीन उपज खरीदी, लेकिन कुछ महीनों बाद उसका भुगतान देना बंद कर दिया। भुगतान मांगने पर व्यापारी के साथ मारपीट की गई और उसे जान से मारने की धमकी भी दी गई। पुलिस ने व्यापारी की शिकायत पर ‘वर्धमान सॉल्वेंट एक्सटेंशन इंडस्ट्रीज लिमिटेड’ के छह डायरेक्टरों सहित महिला डायरेक्टर रश्मि के ख़िलाफ़ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है।
शहर की कृषि उपज मंडी में रजिस्टर्ड फर्म की डायरेक्टर वर्षा पति नरेंद्र मेहता ने थाने में आवेदन सौंपा था। उन्होंने पुलिस को बताया कि 01 अक्टूबर 2024 को आरोपियों ने चर्चा कर उनसे सोयाबीन खरीदने की इच्छा जताई थी। व्यापारी नरेंद्र मेहता ने इंदौर स्थित कंपनी के ऑफ़िस पहुँचकर डील फ़ाइनल की थी।
आरोपियों और व्यापारी के बीच यह तय हुआ था कि सोयाबीन निर्धारित भाव पर खरीदा जाएगा और उसका भुगतान जावरा स्थित प्लांट पर डिलीवरी के 10 दिनों के भीतर कर दिया जाएगा। यह भी तय हुआ था कि भुगतान में देरी होने पर डेढ़ रुपए प्रतिशत की दर से ब्याज भी दिया जाएगा। आरोपियों ने 09 अक्टूबर 2024 से सोयाबीन खरीदना शुरू किया, लेकिन कुछ ही माह बाद उन्होंने भुगतान देना बंद कर दिया।
बकाया राशि और धमकी
व्यापारी ने पुलिस को बताया कि उपज बेचने के बाद उसका क़रीब तीन करोड़ 72 लाख 72 हज़ार 372 रुपए (₹3,72,72,372) बकाया है। व्यापारी 5 अगस्त 2025 को इंदौर स्थित ऑफ़िस पर रुपए माँगने गया था, जहाँ आरोपियों ने उनके साथ हाथापाई की थी और जान से मारने की धमकी दी थी।
व्यापारी ने किसानों से सोयाबीन खरीदने के लिए ICICI बैंक से ओडी लिमिट बनवाई थी और लोगों से उधार रुपए लिए थे। व्यापारी को जाँच में पता चला कि ‘वर्धमान सॉल्वेंट एक्सटेंशन इंडस्ट्रीज लिमिटेड’ की डायरेक्टर टीम ने इसी तरह अन्य कंपनियाँ बनाकर बैंकों और किसानों से करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी कर रखी है।
पुलिस कार्रवाई
पुलिस ने ‘वर्धमान सॉल्वेंट एक्सटेंशन इंडस्ट्रीज लिमिटेड’ के डायरेक्टर पवन, भगवान दास, महेश, कर्मेश, कैलाशचंद्र सहित महिला डायरेक्टर रश्मि के ख़िलाफ़ प्रकरण दर्ज किया है। व्यापारी ने आवेदन के साथ पुलिस को सोयाबीन के ई-वे बिल, इनवॉइस की प्रति, मंडी की एनओसी, ट्रांसपोर्ट की बिल्टी और फर्म की लेज़र सहित अन्य दस्तावेज़ सौंपे हैं।
थाना प्रभारी समीर पाटीदार के अनुसार, शुरुआती जाँच के आधार पर प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों की गिरफ़्तारी के लिए एक टीम का गठन किया गया है।
