मध्य प्रदेश के नए हाईवे पर हर 50 से 100 किमी पर खुलेंगी चौकियां

उज्जैन, अग्निपथ। मध्य प्रदेश में तेजी से बन रहे नए हाईवे और मार्गों पर अब ट्रैफिक प्रबंधन को मजबूत करने के लिए अहम कदम उठाए जाएंगे। राज्य के पुलिस प्रमुख डीजीपी कैलाश मकवाना ने शनिवार को उज्जैन में सिंहस्थ-2028 की तैयारियों की समीक्षा के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने बिगड़ती ट्रैफिक व्यवस्था पर चिंता जताते हुए कहा कि सिंहस्थ से पहले सभी नए मार्गों और हाईवे पर हर 50 से 100 किलोमीटर पर यातायात चौकियां (Traffic Outposts) स्थापित की जाएंगी।

सिंहस्थ की तैयारियों का जायजा और नए दिशा-निर्देश

डीजीपी कैलाश मकवाना सिंहस्थ-2028 की तैयारियों का जायजा लेने शनिवार को उज्जैन पहुंचे। उन्होंने संभाग के सभी एसपी के साथ बैठक की और अपराधों व पुलिस कार्रवाइयों की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। पुलिस कंट्रोल रूम में डीजीपी मकवाना ने बताया कि पुलिस विभाग में जल्द ही 7,500 पदों पर नई भर्ती की जाएगी।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नए हाईवे पर ट्रैफिक कैडर भी तैयार किया जाएगा। डीजीपी ने सभी एसपी को अपने क्षेत्रों के नए मार्गों और हाईवे के लिए यातायात चौकी का प्रस्ताव बनाकर पीएचक्यू (पुलिस मुख्यालय) भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नए मार्गों के कारण कई थाने और चौकियां कटऑफ हो गई हैं, इसलिए अब फ्रंट पर नई चौकियां खोलने की जरूरत है।

तकनीकी रूप से सक्षम जवान रोकेंगे साइबर अपराध

डीजीपी ने साइबर अपराधों पर भी अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि नई भर्ती में इंजीनियरिंग किए हुए जवान शामिल हैं, जिनकी तकनीकी मदद लेकर साइबर ठगी को रोका जाएगा और लोगों को जागरूक किया जाएगा। मकवाना ने निर्देश दिए कि जिन पुलिसकर्मियों पर भ्रष्टाचार की शिकायत है, उनकी जांच छह माह में पूरी होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि ई-समन्स की शुरुआत उज्जैन और शाजापुर से हुई है। डीजीपी ने कर्मचारियों के वेलफेयर और समय पर ट्रांसफर की बात भी कही।

बढ़ते रेप मामलों पर डीजीपी: इंटरनेट, मोबाइल और परिवार को बताया जिम्मेदार

मध्य प्रदेश पुलिस के प्रमुख डीजीपी कैलाश मकवाना ने रेप की बढ़ती घटनाओं को लेकर कहा कि इन्हें रोकना सिर्फ पुलिस के बस की बात नहीं है, यह संभव नहीं है। मकवाना ने रेप की घटनाओं के लिए इंटरनेट और मोबाइल को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि इंटरनेट पर अश्लीलता परोसी जा रही है, जिससे विकृति फैल रही है।

उज्जैन में मीडिया से चर्चा में उन्होंने प्रदेश में अपराधों पर पुलिस की कार्रवाई की सराहना की। डीजीपी कैलाश मकवाना ने आगे कहा, “हम देखते हैं कि घर में कोई एक दूसरे के ऊपर वॉच नहीं रख पा रहा है। पहले होता था कि टीचर्स और माता-पिता की बात बच्चे मानते थे और एक आंख की शर्म रहती थी।

लेकिन अब बहुत सारी सीमाएं टूट चुकी हैं और अश्लीलता जिस तरह से इंटरनेट से बचपन से परोसी जा रही है, वो उनका दिमाग निश्चित रूप से कहीं न कहीं विकृत कर रही है। उस कारण से ये घटनाएं बढ़ी हैं।”

डीजीपी ने यह भी बताया कि पुलिस ने नक्सली मोर्चे पर भी बेहतर काम किया है, जिसका परिणाम यह रहा कि प्रदेश में 10 बड़े नक्सली मारे गए। साथ ही, उन्होंने प्रदेश में डिजिटल अरेस्ट मामलों पर भी पुलिस द्वारा प्रभावी अंकुश लगाने की बात कही।

Next Post

इंदौर-देवास रोड डायवर्जन का उज्जैन-इंदौर रोड पर असर: लंबा जाम, यात्रियों को परेशानी

Sun Jun 29 , 2025
उज्जैन, अग्निपथ। इंदौर-देवास रोड पर ट्रैफिक डायवर्ट करने का सीधा असर अब इंदौर-उज्जैन रोड पर भी देखने को मिल रहा है। इस मार्ग पर वाहनों का दबाव बढ़ने से शनिवार रात से लेकर रविवार दोपहर तक टोल टैक्स नाके से आगे सांवेर, तराना आदि तक लंबा जाम लगा रहा, जिससे यात्रियों […]