उज्जैन, अग्निपथ: श्रावण-भादों मास में भगवान महाकाल दर्शन के लिए उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने विशेष व्यवस्थाएं की हैं, ताकि श्रद्धालु सुगमता से दर्शन कर सकें। हालांकि, वीआईपी दर्शन के लिए अभी कोई गाइडलाइन तय नहीं की गई है। सामान्य दर्शन, शीघ्र दर्शन और कावड़ यात्रियों के लिए अलग-अलग मार्गों और सुविधाओं का निर्धारण किया गया है।
सामान्य दर्शन व्यवस्था: प्रवेश और निकास के स्पष्ट मार्ग
सावन-भादों में सामान्य दर्शनार्थियों के लिए प्रवेश त्रिवेणी संग्रहालय के पास स्थित नंदी द्वार से होगा। यहां से श्रद्धालु श्री महाकाल महालोक, मानसरोवर भवन, फैसिलिटी सेंटर-1, टनल मंदिर परिसर, कार्तिकेय मंडपम और गणेश मंडपम होते हुए भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन कर सकेंगे।
जो श्रद्धालु भारत माता मंदिर की ओर से प्रशासनिक कार्यालय के सामने से आएंगे, वे शंख द्वार से मानसरोवर भवन में प्रवेश करेंगे। इसके बाद फैसिलिटी सेंटर-1 और टनल मंदिर परिसर, कार्तिकेय मंडपम, गणेश मंडपम से दर्शन करने के बाद निर्मल्य द्वार या नवीन आपातकालीन निकास द्वार से सीधे बाहर निकल सकेंगे।
श्रद्धालुओं के लिए जल अर्पण की व्यवस्था श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप और कार्तिकेय मंडपम में जलपात्र के माध्यम से रहेगी, जिससे वे भगवान को जल अर्पित कर सकें।
शीघ्र दर्शन (250 रुपये) व्यवस्था: गेट नंबर 1 और 4 से प्रवेश
शीघ्र दर्शन (250/- रुपये) की सुविधा लेने वाले श्रद्धालुओं के लिए गेट नंबर 04 और गेट नंबर 01 (अवन्तिका द्वार) से प्रवेश की व्यवस्था रहेगी:
- गेट नंबर 04: इस रास्ते से श्रद्धालु विश्रामधाम रैंप और सभामंडप होते हुए गणेश मंडपम से भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन कर सकेंगे। दर्शन के बाद वे निकास द्वार या नवीन आपातकालीन निकास द्वार से सीधे बाहर निकलेंगे।
- गेट नंबर 01 (अवन्तिका द्वार): इस रास्ते से प्रशासनिक कार्यालय के सामने से आने वाले श्रद्धालु फैसिलिटी सेंटर-1 टनल से कार्तिकेय मंडपम और गणेश मंडपम से दर्शन करने के बाद नवीन आपातकालीन निकास द्वार से सीधे बाहर जा सकेंगे।
जूता स्टैंड की व्यवस्था और चिकित्सा दल की तैनाती
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विभिन्न प्रवेश द्वारों के पास जूता स्टैंड की व्यवस्था की गई है:
- बड़ा गणेश मंदिर की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बड़ा गणेश मंदिर के समीप जूता स्टैंड रहेगा।
- त्रिवेणी द्वार की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मानसरोवर भवन के समीप जूता स्टैंड रहेगा।
- भारत माता मंदिर की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रशासनिक कार्यालय के समीप जूता स्टैंड रहेगा।
प्रत्येक जूता स्टैंड पर जिला चिकित्सालय की चिकित्सा टीम भी उपस्थित रहेगी, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल सहायता मिल सके।
कावड़ यात्रियों के लिए विशेष निर्देश
श्रावण-भादों मास में बड़ी संख्या में कावड़ यात्री बाबा महाकाल को जल अर्पित करने आते हैं। उनकी सुविधा के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं:
- मंगलवार से शुक्रवार तक: कावड़ यात्रियों को अनुमति उपरांत गेट नंबर 04 से प्रवेश की व्यवस्था रहेगी।
- शनिवार, रविवार और सोमवार को: इन दिनों आने वाले कावड़ यात्रियों को सामान्य दर्शनार्थियों की तरह निर्धारित मार्ग से ही प्रवेश मिलेगा, क्योंकि इन दिनों भीड़ अधिक रहने की संभावना है।
यह व्यापक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करेंगी कि सावन-भादों के पवित्र महीने में देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालु भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन सुगमता और सुरक्षित रूप से कर सकें।
क्या सामान्य भक्तों की भीड़ में VIP सुविधा बनेगी बाधा?
सावन-भादों में महाकाल दर्शन के लिए जहां लाखों श्रद्धालु उमड़ेंगे, वहीं वीआईपी दर्शन की अस्पष्ट गाइडलाइन चिंता बढ़ा रही है। भक्तों को डर है कि वीआईपी सुविधाएँ सामान्य दर्शनार्थियों के लिए परेशानी का सबब बन सकती हैं, जिससे लंबी कतारें और अव्यवस्था बढ़ सकती है।
प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं कि जब सामान्य भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं, तब क्या वीआईपी व्यवस्थाओं में अतिरिक्त संसाधनों और कर्मचारियों को लगाना पड़ेगा? यह सवाल इसलिए अहम है क्योंकि इससे सामान्य भक्तों के लिए दर्शन और भी चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं, जबकि प्राथमिकता सभी श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन उपलब्ध कराने की होनी चाहिए। प्रशासन को इस पर स्पष्ट नीति बनानी होगी, ताकि आम भक्तों को कोई असुविधा न हो।