धार, अग्निपथ। धार में राजवाड़ा चौक सेवा समिति द्वारा “मैं ही सीता मैं ही दुर्गा” नाम से एक अनूठा अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य लव जिहाद और साइबर अपराधों से बेटियों की सुरक्षा करना है। समिति ने पिछले तीन महीनों में कई मास्टर ट्रेनर्स तैयार किए हैं जो गांव-गांव, स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों में महिलाओं और लड़कियों को मार्गदर्शन दे रहे हैं। इस अभियान के तहत अब तक 40 से अधिक छोटे-बड़े कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, जिनमें हजारों छात्राओं और उनके अभिभावकों ने हिस्सा लिया है।
समिति के प्रमुख नवनीत जैन ने बताया कि मध्य प्रदेश में लव जिहाद की बढ़ती घटनाओं के कारण वर्ष 2021 में मध्य प्रदेश धर्म स्वतंत्रता अधिनियम लागू किया गया था। इस अधिनियम के तहत किसी भी महिला का विवाह, प्रेम या धोखे से धर्म परिवर्तन कराने के खिलाफ प्रावधान हैं। जागरूकता की कमी के कारण कई लड़कियां ऐसे झूठे प्रेम जाल में फंसकर अपना जीवन बर्बाद कर देती हैं। इसके अलावा, मोबाइल से जुड़े विभिन्न साइबर अपराधों के माध्यम से भी लड़कियों का शोषण किया जाता है, जिसके लिए जागरूकता की आवश्यकता है।
इसी क्रम में, हाल ही में ग्राम गुणावद के एक शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें मुख्य वक्ता के रूप में नवनीत जैन ने छात्राओं को उदाहरण सहित बताया कि कैसे मोबाइल पर चैटिंग और फ्रेंड बनकर नाम तथा पहचान बदलकर दोस्ती की जाती है, और फिर प्रेम का झांसा देकर शोषण किया जाता है। उन्होंने छात्राओं को सलाह दी कि वे अपनी “लक्ष्मण रेखा” स्वयं तय करें और समाज में ऐसे असामाजिक तत्वों के सामने दुर्गा की तरह हिम्मत दिखाकर उनके विरुद्ध आवाज उठाएं।
इस कार्यक्रम में अभियान के संयोजक लक्ष्मी ठाकुर सहित विद्यालय के प्राचार्य, श्रीमती सीमा सोलंकी, संगीता चौधरी, नईमुद्दीन शेख, अलका वसुनिया, अर्चना दुबे, सुनील कुमावत, अभय कुमार वर्मा, रमेश निक्कम, चंदन सिंह ठाकुर, शैला त्रिवेदी, अंतर सिंह धावे, कंकू मोगे और देव कुंवर वर्मा जैसे प्रमुख लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन लक्ष्मी रघुवंशी ने किया, जबकि आभार श्रीमती आरती भालसे ने व्यक्त किया। यह जानकारी समिति के दीपक गहलोत द्वारा दी गई।
