लाडली बहनों के स्नेह से अभिभूत मुख्यमंत्री, राखी बंधवाई

राखी बंधवाई

उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन में रक्षाबंधन का पर्व इस बार सिर्फ धागों का नहीं, बल्कि भावनाओं और सौगातों का संगम बन गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को लाडली बहनों के बीच पहुँचकर न केवल राखी बंधवाई, बल्कि उनके अटूट प्रेम और विश्वास के सामने खुद को अभिभूत महसूस किया। तालोद गाँव से लेकर शहर के अथर्व होटल तक, हर जगह बहनों का प्यार उमड़ पड़ा। पुष्पवर्षा और आत्मीय स्वागत ने एक अलग ही माहौल बना दिया।

मुख्यमंत्री ने बहनों के इस निश्छल प्रेम का सम्मान करते हुए अपनी भावनाओं को साझा किया। उन्होंने कहा कि उनके दोनों हाथ बहनों की राखियों से भर गए हैं, मानो हर राखी स्नेह, विश्वास और सम्मान की कहानी कह रही हो। उन्होंने राखी बंधवाई के इस भावनात्मक रिश्ते की गहराई को बताते हुए कहा कि हमारे देश में धन से बड़े ‘मन’ और ‘आत्मीयता’ होते हैं।

इन कार्यक्रमों राखी बंधवाई के दौरान, जब बहनों ने उन्हें भगवान महाकालेश्वर की तस्वीर भेंट की, तो मानो उज्जैन की पावन धरती का आशीर्वाद सीधे मुख्यमंत्री को मिल गया हो। यह सब देखकर यह साफ हो गया कि मुख्यमंत्री और बहनों का यह रिश्ता केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि पारिवारिक स्नेह और विश्वास पर टिका है।

लाडली बहनों ने  मुख्यमंत्री को राखी बांधी सावन का झूला भी झुलाया।

ग्राम तालोद में आयोजित रक्षाबंधन समारोह में मुख्यमंत्री का स्वागत पुष्प वर्षा से किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सबसे पहले कन्या पूजन किया और कन्याओं को फल-मिठाई की टोकरी भेंट की। बहनों ने उन्हें राखी बांधी, जिसके बाद उन्होंने परंपरा के अनुसार सावन का झूला भी झुलाया। मंच पर प्रतीकात्मक स्वरूप बहनों ने मुख्यमंत्री को एक बड़ी राखी भेंट की और उन्हें आशीर्वाद दिया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वे रक्षाबंधन पर्व पर बहनों से मिले प्रेम और स्नेह से अभिभूत हैं। उन्होंने कहा, “रक्षाबंधन भाई और बहन के बीच अटूट प्रेम और स्नेह का पर्व है। हमारे देश में धन से बड़े मन और आत्मीयता होते हैं। आज बहनों ने इतनी राखियां बांधी हैं कि दोनों हाथों में जगह ही नहीं बची है। यह सभी बहनों का प्रेम, विश्वास और सम्मान दर्शाता है।”

मुख्यमंत्री ने लाडली बहनों के आशीर्वाद का जिक्र करते हुए कहा कि उनके सहयोग से प्रदेश सरकार निरंतर विकास के कार्यों को आगे बढ़ा रही है। उन्होंने गाँवों में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए लगातार सड़कों के निर्माण पर जोर दिया।

महिला सशक्तिकरण के लिए ‘एक बगिया मां के नाम’ योजना की घोषणा

मुख्यमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण और महिला सशक्तिकरण को जोड़ने वाली एक नई पहल, ‘एक बगिया मां के नाम’ योजना की घोषणा की। यह योजना सरकार के ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान से प्रेरित है। इसका मुख्य उद्देश्य प्रदेश को हरा-भरा बनाने के साथ-साथ महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इस योजना के तहत, स्व-सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को उनकी निजी भूमि पर फलदार पौधों के बगीचे लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

सरकार इस पहल में महिलाओं की हर संभव मदद करेगी। योजना में बगीचे के लिए फलदार पौधे, खाद, गड्ढे खोदने का खर्च, फेंसिंग और सिंचाई के लिए 50 हजार लीटर के जल कुंड बनाने के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।

लाडली बहना योजना में मासिक राशि में वृद्धि

शहर के अथर्व होटल में आयोजित ‘लाडली बहना रक्षाबंधन उत्सव’ में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हजारों की संख्या में मौजूद लाडली बहनों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि उनका स्नेह उन्हें वर्षों से मिल रहा है। इस मौके पर उन्होंने लाडली बहनों को बड़ा तोहफा देते हुए घोषणा की कि दिवाली के बाद आने वाली भाई दूज से लाडली बहनों को 1250 रुपए के स्थान पर 1500 रुपएप्रति माह प्रदान किए जाएँगे। इस घोषणा से बहनों में खुशी की लहर दौड़ गई।

उज्जैन के लिए मास्टरप्लान, मेट्रोपॉलिटन सिटी बनाने की योजना

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन के विकास के लिए एक दूरदर्शी मास्टरप्लान का अनावरण किया। उन्होंने कहा कि उज्जैन, इंदौर, देवास और धार जैसे शहरों को मिलाकर एक मेट्रोपॉलिटन सिटी बनाई जाएगी। इस पहल से पूरे क्षेत्र में विकास को नई गति मिलेगी। भविष्य की योजनाओं में उज्जैन में हेलीपैड का निर्माण भी शामिल है, जिसमें दताना मताना को हवाई अड्डे के रूप में विकसित किया जाएगा।

धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक और महत्वपूर्ण घोषणा की गई। मुख्यमंत्री ने बताया कि श्री महाकालेश्वर और श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग को हवाई मार्ग से जोड़ा जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं के लिए यात्रा आसान हो जाएगी। शहर के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए चिंतामन, पंवासा और विक्रम नगर रेलवे स्टेशनों को भी विकसित किया जाएगा।

इसके अलावा, उज्जैन की पवित्र नदियों और घाटों के अनुभव को बढ़ाने के लिए लाल पुल से रामघाट, मंगलनाथ से सिद्धवट और शनि मंदिर से गौ घाट तक नावों का संचालन शुरू किया जाएगा। इन विकास कार्यों का उद्देश्य उज्जैन को एक आधुनिक और सुविधा-संपन्न शहर बनाना है, जो अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को भी संरक्षित रखेगा।

कार्यक्रम में गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति

इन कार्यक्रमों में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कमला कुंवर, उपाध्यक्ष श्रीमती शिवानी कुंवर, सदस्य शोभाराम मालवीय, महापौर श्री मुकेश टटवाल, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, सभापति श्रीमती कलावती यादव और अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। सभी ने इन योजनाओं की सराहना की और मुख्यमंत्री के प्रयासों को सराहा।

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