उज्जैन, अग्निपथ: नानाखेड़ा थाना क्षेत्र स्थित बस स्टैंड पर बुधवार दोपहर एक विवाहित महिला ने जहर खा लिया, जिससे उसकी मौत हो गई। महिला को उसका लिव-इन पार्टनर जिला अस्पताल लेकर पहुंचा, लेकिन उपचार के लिए भर्ती कराने के बाद वह फरार हो गया। देर शाम महिला ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रखवाया।
पुलिस ने बताया कि तराना निवासी रवीना का 10 साल पहले शाजापुर के ग्राम ढाका निपानिया के अर्जुन राव जगदुआ से विवाह हुआ था। उनके दो बच्चे भी हैं, एक 7 साल का बेटा और 3 साल की बेटी। दो साल पहले पति से विवाद के बाद रवीना अपने मायके आ गई थी, जहां उसका संपर्क तराना निवासी शुभम से हुआ और दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए। रवीना ने पति अर्जुन को छोड़कर शुभम के साथ लिव-इन में रहना शुरू कर दिया। पिछले दो साल से रवीना शुभम के साथ पंवासा में किराए के मकान में रह रही थी और उसके दोनों बच्चे भी उसके साथ थे।
परिजनों का आरोप: शुभम करता था मारपीट
पुलिस के अनुसार, 8 दिन पहले रवीना के परिजन उससे मिलने आए और उसे पति के साथ वापस रहने के लिए समझाया, लेकिन रवीना नहीं मानी। हाल ही में दो दिन पहले रवीना की मां रामकन्या बाई दोबारा उसके पंवासा स्थित घर पहुंची थीं। रवीना ने अपनी मां को दोनों बच्चे सौंप दिए और शुभम को छोड़ने या वापस घर जाने से इनकार कर दिया।
गुरुवार दोपहर शुभम और रवीना के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ। दोनों नानाखेड़ा बस स्टैंड पर कहीं जाने के लिए आए थे, और यहीं आपसी विवाद के चलते रवीना ने जहर खा लिया। शुभम उसे अस्पताल ले गया और उसके परिजनों को भी सूचना दी, लेकिन रवीना को भर्ती कराने के बाद वह मौके से फरार हो गया। रवीना के परिजन अस्पताल पहुंचे, लेकिन उपचार के दौरान रात में रवीना की मौत हो गई।
रवीना के परिजनों ने आरोप लगाया है कि शुभम रवीना से मारपीट करता था और बच्चों के साथ भी बुरा व्यवहार करता था। परिजनों का दावा है कि इसी प्रताड़ना से तंग आकर रवीना ने आत्महत्या की।
नानाखेड़ा थाने की सब इंस्पेक्टर प्रियंका नायक ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए रखवाया। गुरुवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।