नलखेड़ा, अग्निपथ। तहसील क्षेत्र के ग्राम धरोला में एक विवाह समारोह के दौरान खाना खाने के बाद करीब 47 लोग फ़ूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए। सूचना मिलते ही प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमें तत्काल गाँव पहुँचीं और प्रभावित लोगों का उपचार कर स्थिति को नियंत्रित किया।
रात में बिगड़ी तबियत, 47 लोग प्रभावित
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शनिवार रात को ग्राम धरोला में एक विवाह समारोह आयोजित था। समारोह में बाहर से आए मेहमानों और गाँववासियों ने भोजन किया। भोजन के बाद कई लोग उल्टी, दस्त और पेट दर्द की शिकायत के शिकार हो गए।
मामले की जानकारी मिलते ही तहसील मुख्यालय से प्रशासन के अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग की टीम तुरंत गाँव पहुँची। उल्टी-दस्त से प्रभावित हुए कुल 47 लोगों का उपचार किया गया। कुछ लोगों का उपचार निजी अस्पताल में भी हुआ।
प्रशासन और स्वास्थ्य टीम ने संभाला मोर्चा
फ़ूड प्वाइजनिंग की जानकारी मिलते ही प्रशासन के आला अधिकारी तुरंत गाँव पहुँचे, जिनमें तहसीलदार प्रियंक श्रीवास्तव और थाना प्रभारी नागेश यादव शामिल थे। सिविल अस्पताल नलखेड़ा की कॉम्बैट टीम, जिसमें डॉ. फैज़ ख़ान, एलएचवी मोना सर्वेकर, सीएचओ आकाश पाटीदार, अनीशा सोलंकी, मल्लेश्वरी भारद्वाज, मनोज बेगाना और अर्जुन बामनिया शामिल थे, ने मौके पर पहुँचकर तुरंत उपचार शुरू किया।
खाद्य विभाग ने लिए सैंपल
घटना की जानकारी मिलने के बाद रविवार को खाद्य विभाग की टीम भी गाँव पहुँची। टीम ने विवाह समारोह में बची हुई खाद्य सामग्री और कार्यक्रम में उपयोग किए गए पानी के सैंपल लिए, ताकि संक्रमण के सटीक कारण का पता लगाया जा सके।
सभी पीड़ितों की स्थिति सामान्य
मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजय यादव ने बताया कि फ़ूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए 47 मरीजों को प्राथमिक उपचार दिया गया। इनमें से 20 मरीजों को सिविल अस्पताल नलखेड़ा में भर्ती कराया गया था। उन्होंने पुष्टि की कि सभी पीड़ित लोगों की हालत सामान्य है। उपचार के बाद उन्हें घर में ही आराम करने की सलाह दी गई है। स्थिति पर लगातार निगरानी रखने के लिए गाँव में एएनएम, सीएचओ और आशा कार्यकर्ताओं को ड्यूटी पर तैनात किया गया है।
