झारड़ा, अग्निपथ। स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत वैक्सीन लिफ्टर कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिलने से उनमें भारी नाराजगी है। कर्मचारियों का कहना है कि पिछले कई महीनों से उनका वेतन लंबित है, जिसके कारण उन्हें गंभीर आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है और परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है।
‘कोविड के समय भी किया काम, अब वेतन भी नहीं’
वैक्सीन लिफ्टर कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष जगदीश चौहान ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि वे रोज़ाना खंड चिकित्सालय के अधीन विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों पर जीवन रक्षक टीकों (वैक्सीन) की आपूर्ति का महत्वपूर्ण कार्य करते हैं। इसके बावजूद, समय पर भुगतान न होने से उनका मनोबल टूट रहा है। चौहान ने कहा, “हमने कोविड के कठिन समय में भी लगातार मेहनत की, लेकिन अब जब बुनियादी वेतन भी नहीं मिल रहा है, तो कर्मचारीगण निराश हैं। विभागीय अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। हमारा पारिश्रमिक समय से नहीं मिल रहा है, जिससे हमारे परिवार के पालन-पोषण में समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं।”
कर्मचारियों ने विभागीय अधिकारियों को कई बार लिखित शिकायतें भी दी हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
अधिकारी बोले – ‘तकनीकी देरी’, कर्मचारी बोले – ‘जल्द भुगतान हो’
इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि “तकनीकी कारणों से वेतन वितरण में देरी हुई है और जल्द ही सभी कर्मचारियों का लंबित वेतन जारी कर दिया जाएगा।”
उधर, कर्मचारियों ने साफ चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही उनके वेतन का भुगतान नहीं किया गया, तो वे अपनी माँगें मनवाने के लिए बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
