एंबुलेंस प्रभारी का कहना- आरोप निराधार, प्रसूता की मां के अलावा दो अन्य महिलाएं गंभीर घायल हैं
उज्जैन, अग्निपथ। बिछड़ौद से घट़्िटया के रास्ते में प्रसूता को डिलीवरी के लिए लेकर जा रही एंबुलेंस पलटने से प्रसूता को तो ज्यादा चोंट नहीं आई लेकिन उसे बचाने में मां सहित तीन महिलाएं गंभीर घायल हुईं हैं। दो महिलाओं को जिला अस्पताल से निजी रैफर करना पड़ा। जिन्हें तीन बत्ती चौराहा स्थित कृष्णा हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है।
जिला अस्पताल में भर्ती प्रसूता किरण पति शुभम को भी भर्ती किया गया है। उनके पैर में चोंट लगी है जिस पर सूजन भी आ रही है संभवत: पैर में फ्रेक्चर हो सकता है। इसी तरह जिन्हें पूर्ण स्वस्थ बताया जा रहा है प्रसूता किरण की मां सुमित्रा पति विष्णु सिलोदिया को हाथ-पैर और गर्दन सहित कमर में चोंट लगी है।
सुमित्रा बाई का कहना है कि एंबुलेंस चालक की गलती की वजह से दुर्घटना हुई है वह शराब के नशे में बहुत तेज गति से एंबुलेंस चला रहा था। उसे कहा भी कि वाहन धीमें चलाओ बेटी को तकलीफ हो रही है लेकिन वह नहीं माना। रास्ते में कोई नीलगाय नहीं आई थी चालक झूठी कहानी बता रहा है।
बुआ और बड़ी मां गंभीर घायल
प्रसूता किरण के भाई धर्मेंद्र ने बताया कि उसकी बहन किरण का ससुराल भैरवगढ़ में है। वह बिछडौद मायके में एक माह पहले डिलीवरी के लिए आई थी। मां सुमित्रा बाई, बड़ी मां कृष्णा बाई पति मदनलाल सिलोदिया और बुआ कमलबाई पिता मोतीलाल के साथ आशा कार्यकर्ता शोभा मालवीय रविवार रात उसे एंबुलेंस में लेकर अस्पताल जा रही थी।
जब एंबुलेंस पलटी तो तीनों महिलाओं ने किरण को बचाने का प्रयास किया और उसे संभालने में खुद गंभीर घायल हो गई। कृष्णा बाई की कमर की हड्डी और कमल बाई की कंधे की हड्डी फ्रेक्चर हो गई है। जिन्हें निजी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया गया है डॉक्टर ने ऑपरेशन का बोला है।
हमारे ड्राइवर शराब नहीं पीते
इधर एंबुलेंस प्रभारी गौतम सिंह का कहना है कि ड्राइवर करण शराब नहीं पीता। ड्राइवर ने प्रभारी को बताया कि नीलगाय अचानक सडक़ पर आ गई थी जिसके कारण वैन पलट गई। गौतम सिंह का कहना है कि ड्राइवर की कोई गलती नहीं है उसने जानबूझकर चूक नहीं की। यह दुखद हादसा है लेकिन इसके लिए वह जिम्मेदार नहीं है।
