उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन शहर में रात के समय दुकानों के बाहर सड़क पर कचरा फेंकने वाले दुकानदारों पर अब सख्त कार्रवाई की जाएगी। निगम आयुक्त अभिलाष मिश्रा ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहर की स्वच्छता और सुंदरता बनाए रखने के लिए यह कदम उठाना आवश्यक है।
रात्रिकालीन मॉनिटरिंग और समझाइश
निगम आयुक्त ने बताया कि पहले चरण में रात्रि में व्यावसायिक क्षेत्रों में घूमकर दुकानदारों को समझाया जाएगा कि वे अपनी दुकानें बंद करने के बाद खुले में कचरा न डालें। यदि समझाइश के बाद भी यह लापरवाही जारी रहती है, तो ऐसे दुकानदारों पर सख्त चालानी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि “हमारा उज्जैन शहर सुपर स्वच्छता लीग में प्रथम आया है” और इस सम्मान को बनाए रखना सबकी जिम्मेदारी है।
डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण में सुधार
बैठक में निगम आयुक्त ने डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण वाहनों की जानकारी भी ली। उन्हें बताया गया कि वर्तमान में 90 से अधिक वाहन स्वयं निगम द्वारा संचालित किए जा रहे हैं। आयुक्त ने निर्देश दिए कि आवश्यकतानुसार इन वाहनों की संख्या बढ़ाई जाए ताकि कोई भी क्षेत्र कचरा संग्रहण से वंचित न रहे। उन्होंने स्वच्छता निरीक्षकों को अपने दरोगा और मेट के साथ वार्डों का माइक्रो प्लान के अनुसार निरीक्षण करने का आदेश दिया।
सफाई कर्मियों की सुविधा और शहर की स्वच्छता
आयुक्त ने सफाई कर्मियों को लंबी झाड़ू देने का निर्देश दिया, जिससे उनके स्वास्थ्य को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि सफाई मित्र हमेशा ड्रेस में रहेंगे। धार्मिक स्थलों और प्रमुख क्षेत्रों में रात की सफाई के लिए विशेष कर्मचारी तैनात किए जाएँगे ताकि शहर में आने वाले हजारों श्रद्धालुओं को एक सकारात्मक संदेश मिले। इसके अलावा, नालियों की सफाई के बाद निकली गाद को गीले और सूखे कचरे के साथ न मिलाकर अलग से उठाया जाएगा, जिससे कचरे का पृथक्करण सही तरीके से हो सके। बैठक में अपर आयुक्त पवन कुमार सिंह, संतोष टैगोर और उपायुक्त सहित कई अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
