SDOP की टीम ने की बड़ी कार्रवाई
धार, अग्निपथ। आज सरदारपुर अनुभाग में एसडीओपी विश्वदीप सिंह परिहार के नेतृत्व में पुलिस ने एक बड़े ऑनलाइन सट्टे के रैकेट का भंडाफोड़ किया है। लाबरिया क्षेत्र में मिली गुप्त शिकायतों के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनसे पूछताछ में एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ। यह कार्रवाई एसपी मनोज कुमार सिंह के मार्गदर्शन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गीतेश कुमार गर्ग के निर्देशन में हुई।
ऑनलाइन सट्टे के जाल में फंसकर बर्बाद हुए कई युवा
सरदारपुर अनुभाग में एसडीओपी विश्वदीप सिंह परिहार को पिछले छह माह से अवैध जुए, सट्टे और खासकर मोबाइल पर चलने वाले ऑनलाइन सट्टे (चक्रे) के गेम को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थीं। कई पीड़ितों ने बताया कि वे इस ऑनलाइन सट्टे में लाखों रुपये हार चुके हैं और कर्ज के दलदल में फंसकर रसूखदारों के शोषण का शिकार हो रहे हैं। इन पीड़ितों ने एसडीओपी से गुप्त शिकायत कर तत्काल कार्रवाई की मांग की थी, खासकर राजोद थाने के लाबरिया क्षेत्र में बड़े पैमाने पर चल रहे इस खेल की।
शिकायतों की गंभीरता को समझते हुए, एसडीओपी परिहार ने अपने खुफिया तंत्र को सक्रिय किया। जब शिकायतें सही पाई गईं, तो उन्होंने अपनी ऑफिस टीम के साथ लाबरिया में दबिश दी। इस दौरान ऑनलाइन सट्टे के गेम (चक्रे) का संचालन करने वाले लोगों को पकड़ा गया। शुरुआती पूछताछ में ही लाबरिया क्षेत्र में एक बड़े सट्टा नेटवर्क का खुलासा हो गया, जो युवाओं को अपनी चपेट में ले रहा था।
जानकारी के अनुसार, लाबरिया क्षेत्र में पिंकू उर्फ टिंकू मारू अपने साथियों के साथ बड़े स्तर पर ऑनलाइन सट्टा खिलवाता था। वह भोले-भाले ग्रामीणों को प्रलोभन देकर उनसे हजारों रुपये का सट्टा लगवाता था। यह सारा खेल मोबाइल के माध्यम से ही संचालित होता था, जहाँ जीत लगभग न के बराबर होती थी और अधिकांश लोग अपनी जमा-पूंजी हार जाते थे। इसमें एक दांव ही 1,000 रुपये से लेकर 50,000 रुपये तक का होता था। एसडीओपी ने बताया कि मोबाइल में आईडी में बैलेंस पॉइंट के तौर पर डाला जाता था और जब तक बैलेंस होता, तब तक गेम खेला जा सकता था। उन्होंने यह भी बताया कि इन सटोरियों के जाल में फंसकर कई लोगों का आर्थिक और सामाजिक जीवन तक बर्बाद हो चुका है।
SDOP की टीम ने की बड़ी कार्रवाई, तीन आरोपी गिरफ्तार
कार्रवाई की जानकारी देते हुए एसडीओपी परिहार ने बताया कि टीम ने लाबरिया में दबिश दी। इस दौरान धर्मेंद्र पिता शांतिलाल निनामा निवासी लाबरिया और सुनील पिता ओमप्रकाश राठौड़ निवासी टाकीज वाली गली लाबरिया को पकड़ा गया। पूछताछ करने पर इन लोगों ने बताया कि वे पिंकू मारू एवं संजू मारू के एजेंट के रूप में ऑनलाइन मोबाइल पर लोगों से रुपये दांव पर लगवाकर उनको ऑनलाइन आईडी दिलाते हैं और उनकी आईडी पर पॉइंट डालते हैं। मुखबिर की सूचना पर टिंकू मारू को भी बाद में पकड़ा गया, जो दबिश के दौरान भाग गया था।
तीनों आरोपियों—टिंकू, सुनील और धर्मेंद्र—पर धारा 4 (क) पब्लिक गैम्बलिंग एक्ट, धारा 67 आईटी एक्ट और 112 3 (5) बीएनएस का प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है। तीनों से पूछताछ के आधार पर उनके भागे हुए साथी संजू पिता नारायण मारू, रवि पिता नारायण मारू, धीरज पिता राधेश्याम मारू और अनिल पिता मुकेश कहार निवासी लाबरिया के विरुद्ध भी संबंधित धाराओं में कायमी कर विवेचना में लिया गया है।
इस पूरी कार्रवाई में एसडीओपी कार्यालय के सउनि विमल त्रिपाठी, प्रधान आरक्षक उमेश बामनिया, आरक्षक मुकेश बारिया, आरक्षक क्रांत तोमर और दुर्गेश पाटीदार शामिल थे।
एसडीओपी परिहार ने बताया कि समाज में युवा पीढ़ी को गलत रास्ते पर ले जाने वाले ऐसे आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने जनता से किसी भी प्रकार के अवैध धंधे, जुए या सट्टे के संचालन की सूचना देने की अपील की और तत्परता से कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व में ऑनलाइन सट्टे से संबंधित किसी भी घटना या दुर्घटना की शिकायत आने पर भी गंभीरता से जांच की जाएगी और दोषी सटोरियों को बख्शा नहीं जाएगा।