जाली के भुगतान के बहाने चार बार डलवाए रुपए
उज्जैन,अग्निपथ। एक रेती व्यापारी को साईबर ठग ने शुक्रवार दोपहर शिकार बना लिया। बदमाश ने सोल्जर बन जॉली का भुगतान करने के बहाने चार बार में सवा लाख रुपए डलवा लिए। ठगी का एहसास होते ही पीडि़त ने नागझिरी थाने में शिकायत की है।
देवास हाल मुकाम शिवांश वैली निवासी अशोक पटेल रेती व्यापारी है। शुक्रवार दोपहर फव्वारा चौक स्थित हार्डवेयर दुकान संचालक अमीरउद्दीन ने किसी को जाली का सौदा कर भुगतान पटेल को करने का कह दिया। उन्होंने पटेल से बात भी करवा दी। इसी के बाद पटेल को सोल्जर बन फोन किया। कहा भुगतान सेना का हेडक्वार्टर कर रहा है। सेना नियमानुसार दिया गया बार कोड स्कैन कर बताई राशि डाले। उसे यह रुपए बील की रकम रिफंड हो जाएगी। के बताए अनुसार पटेल ने चार बार में 1.30 लाख रुपए भेज दिए,लेकिन रुपए वापस नहीं आए तो उसे ठगी का एहसास हो गया। मामले में टीआई विक्रमसिंह ईवने ने जांच का भरोसा दिलाया है।
वाट्सऐप डीपी पर सैनिक का फोटो
पटेल को ठगने वाले ने विश्वास दिलाने के लिए जिस वाट्सऐप नंबर पर बार कोड भेजा उसकी डीपी पर सैनिक की वर्दी में फोटो लगा था। दूसरे नंबर पर सेना का लोगा लगा था। यहीं नहीं भरोसा दिलाने के लिए ठग ने कहा उसकी 90 हजार रुपए सैलेरी है और सैनिक किसी का बुरा नहीं करते।
इंदौर में पकड़ाए थे ठग
सेना के नाम से पहले भी ईलेक्ट्रानिक उपकरण,जीप व बाइक बेंचने के नाम पर कई बार ठगी हो चूकी है। इंदौर पुलिस ने ऐसे साईबर ठगों को पकड़ा्र भी था। राज्य साईबर सेल के अनुसार लोग किसी को अपने अकाउंट की जानकारी नहीं दे,कोई लिंक पर क्लीक न करे और बार कोड स्कैन करवाकर रुपए डालने वालों से भी अलर्ट रहे।