उज्जैन, अग्निपथ। सिंहस्थ 2028 की तैयारियों को लेकर नगरीय प्रशासन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) संजय दुबे ने गुरुवार को उज्जैन में कई निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि सभी प्रोजेक्ट्स में गुणवत्ता और समय-सीमा का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ जैसे महाकुंभ महापर्व में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
देवास रोड और वीर भारत संग्रहालय का निरीक्षण
एसीएस दुबे ने सबसे पहले देवास रोड से कलेक्टर कार्यालय तक बनी फोर लेन सड़क का जायजा लिया। इसके बाद वे कोठी महल स्थित नव-निर्मित वीर भारत संग्रहालय पहुंचे। यहां उन्होंने संग्रहालय की प्रगति देखकर संतोष जताया, लेकिन साथ ही कहा कि यह परियोजना बेहद महत्वपूर्ण है, इसलिए इसकी गुणवत्ता और प्रस्तुति पर विशेष ध्यान दिया जाए।
उन्होंने निर्देश दिया कि संग्रहालय का संचालन इस तरह हो कि बच्चे और आमजन आसानी से इतिहास और वीरों की गाथाओं को समझ सकें। दुबे ने सुझाव दिया कि म्यूजियम को रात 10 बजे तक खुला रखने की व्यवस्था हो, ताकि दूर-दराज से आने वाले दर्शकों को असुविधा न हो।
यूनिटी मॉल और क्षिप्रा नदी पर फोकस
निरीक्षण के दौरान दुबे ने अधिकारियों के साथ महाकाल रोड पर बन रहे यूनिटी मॉल की स्थिति देखी। यूडीए सीईओ संदीप सोनी ने उन्हें विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया। एसीएस ने विशेष रूप से निर्देश दिए कि मॉल निर्माण के दौरान क्षिप्रा नदी का संरक्षण और सौंदर्यीकरण सर्वोच्च प्राथमिकता में होना चाहिए।
ओवरब्रिज और महाकाल मंदिर परिसर की समीक्षा
इसके बाद एसीएस ने हरिफाटक ओवरब्रिज का निरीक्षण किया और फिर महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर भगवान महाकाल के दर्शन किए। मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा उन्हें शॉल भेंट कर सम्मानित भी किया गया। अधिकारी दल ने मंदिर परिसर में चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा की और सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि कार्य समय पर और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरे हों।
रामघाट और सिंहस्थ मेला क्षेत्र का दौरा
एसीएस दुबे ने प्रशासनिक टीम के साथ रामघाट और सिंहस्थ मेला क्षेत्र का भी निरीक्षण किया। यहां उन्होंने कलेक्टर रौशन कुमार सिंह से सिंहस्थ से पहले पूरे होने वाले कार्यों की विस्तृत जानकारी ली और कहा कि समय-सीमा के भीतर सभी कार्य पूरे होना आवश्यक है।
निरीक्षण के दौरान रहे ये अधिकारी मौजूद
इस निरीक्षण में उज्जैन कलेक्टर रौशन कुमार सिंह, इंदौर कलेक्टर एवं मेला अधिकारी आशीष सिंह, जिला पंचायत सीईओ जयति सिंह, नगर निगम आयुक्त अभिलाष मिश्रा, यूडीए सीईओ संदीप सोनी, लोकनिर्माण विभाग के अधीक्षण यंत्री जेपी पटेल समेत कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
वीर भारत संग्रहालय का विशेष आकर्षण
गौरतलब है कि वीर भारत संग्रहालय को कोठी महल के संरक्षण और पुनः उपयोग के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां पर भारत के विभिन्न कालखंडों के वीरों और वीरांगनाओं को डिजिटल पैनल, इंटरएक्टिव स्क्रीन, वीडियो और ऑडियो के माध्यम से जीवंत रूप में प्रदर्शित किया जाएगा।
संग्रहालय में वैदिक काल, मौर्य काल, गुप्त काल, मराठा साम्राज्य, राजपूत काल, दक्षिण भारत के योद्धा, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा सम्राट विक्रमादित्य जैसे महान नायकों की गैलरी होगी, जिससे आमजन और विशेषकर युवाओं को प्रेरणा मिले।
