सीहोर, अग्निपथ। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के निर्देश पर श्यामपुर बीएमओ डॉ. नवीन मेहर के नेतृत्व में गठित टीम ने अवैध क्लीनिकों पर बड़ी कार्रवाई की है। इस दौरान अहमदपुर में दो और चरनाल में एक, कुल तीन अवैध क्लीनिकों को सील किया गया और भारी मात्रा में एलोपैथिक दवाइयाँ तथा उपकरण जब्त किए गए।
अहमदपुर में दो क्लिनिक सील
- के.के. विश्वास के क्लीनिक पर जब छापा मारा गया, तो वे मरीजों का इलाज करते पाए गए। पूछताछ में वे क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन, कोई भी वैद्य डिग्री या एलोपैथिक दवाइयाँ देने संबंधी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए। के.के. विश्वास ने हाईकोर्ट के आदेश का दावा किया, लेकिन कोई दस्तावेज नहीं दिखाया। इसके बाद उनके क्लीनिक को सील बंद कर दिया गया और सभी संबंधित सामग्री जब्त कर ली गई।
- इसी ग्राम अहमदपुर में पर्वत सिंह दांगी के क्लीनिक पर भी कार्रवाई की गई। यहाँ क्लीनिक मालिक पर्वत सिंह दांगी की अनुपस्थिति में उनके सहायक भगवत साहू इलाज करते हुए मिले। साहू के पास कोई वैद्य डिग्री या दस्तावेज नहीं थे। मालिक पर्वत सिंह दांगी, जो मुख्य इलाजकर्ता हैं, उन्हें बार-बार बुलाने पर भी वे नहीं आए और न ही अपने कागज और डिग्री की जानकारी दी। अवैध एलोपैथी इलाज की दवाइयाँ और समान जब्त कर इस क्लीनिक को भी सील बंद कर दिया गया।
चरनाल में ‘डॉक्टर’ ने किया हंगामा
अहमदपुर में कार्रवाई पूरी करने के बाद टीम ग्राम चरनाल पहुँची। यहाँ बपन टी.के. विश्वास (तपन कुमार विश्वास) नामक एक बंगाली डॉक्टर अपनी क्लीनिक पर इलाज करते पाए गए। वह भी चिकित्सा व्यवसाय या इलाज करने हेतु कोई भी वैद्य डिग्री या दस्तावेज नहीं दिखा पाए। उनके क्लीनिक से भी बड़ी मात्रा में एलोपैथिक दवाइयाँ एवं उपकरण प्राप्त हुए।
जाँच के दौरान, बपन टी.के. विश्वास ने ग्रामवासियों को बुला लिया, जिससे शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न हुई। उन्होंने टीम को धमकियाँ भी दिलवाई और सील बंद की कार्रवाई से रोका। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, टीम ने तुरंत थाना अहमदपुर पुलिस अधीक्षक सीहोर और अनुविभागीय अधिकारी पुलिस सीहोर से मोबाइल पर मदद के लिए आग्रह किया। इसकी सूचना तत्काल जिला दण्डाधिकारी महोदय सीहोर को भी दी गई।
आगे की कानूनी कार्यवाही जारी
सीएमएचओ महोदय सीहोर को जाँच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया है। इन सभी झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध FIR और अन्य वैधानिक एवं शासकीय निषेधात्मक कार्यवाही के लिए प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जा रहा है।
