नलखेड़ा, अग्निपथ। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश देहलवार ने शनिवार को सिविल अस्पताल नलखेड़ा में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम की विस्तृत समीक्षा की। इस बैठक में सेक्टर मेडिकल ऑफिसर, सुपरवाइजर, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) और आशा पर्यवेक्षक शामिल हुए। समीक्षा के दौरान डॉ. देहलवार ने गर्भवती महिलाओं के पंजीयन, प्रथम त्रैमास की जांच और हाई रिस्क प्रेगनेंसी के प्रबंधन की स्थिति जांची, जिसमें गंभीर लापरवाही सामने आई।
बैठक में पाया गया कि खेलागांव उपस्वास्थ्य केंद्र में 14 मध्यम गंभीर एनीमिक महिलाएं चिन्हित की गई थीं, लेकिन उनमें से केवल एक को ही आयरन सूक्रोज लगाया गया। इस लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएमएचओ ने संबंधित सीएचओ और एएनएम को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
वहीं, नलखेड़ा शहरी क्षेत्र में भी आयरन सूक्रोज न लगाने पर एएनएम को नोटिस दिया गया और सीएचओ गोयल का 7 दिवस का वेतन काटने के आदेश दिए गए। अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए कि एनीमिया और उच्च रक्तचाप वाली गर्भवती माताओं की पहचान कर उनका उचित प्रबंधन सुनिश्चित करें।
बैठक के दूसरे चरण में जिला टीकाकरण एवं क्षय अधिकारी डॉ. नरेंद्र परिहार ने टीकाकरण और टीबी अभियान की समीक्षा की। उन्होंने युविन पोर्टल पर शत-प्रतिशत प्रविष्टि सुनिश्चित करने और 100 डे टीबी कैंपेन के तहत सभी की स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनीष कुरील, मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजय कुमार यादव और जिला कार्यक्रम प्रबंधक राकेशसिंह चौहान सहित विकासखंड के समस्त स्वास्थ्य कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी को स्पष्ट चेतावनी दी गई कि कार्य में सुधार न होने पर आगामी समय में और भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
