जीवन सिंह शेरपुर का अनशन और नई पार्टी बनाने का संकल्प
हरदा, अग्निपथ। हरदा के नेहरू स्टेडियम में जारी ‘जनक्रांति आंदोलन’ अब निर्णायक मोड़ पर पहुँच गया है। करणी सेना परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर ने साफ़ कर दिया है कि प्रशासन के साथ बातचीत में उनकी केवल एक ही मांग पर सहमति बनी है, जबकि 20 मुख्य मांगें अब भी अधूरी हैं। शेरपुर ने कहा कि लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों को निलंबित करने का प्रस्ताव पीएचक्यू भोपाल भेजा गया है, लेकिन जब तक सभी मांगों पर लिखित आदेश नहीं मिल जाता और न्यायिक जांच का पत्र नहीं आता, तब तक धरना और अनशन जारी रहेगा। उन्होंने रोष जताते हुए कहा कि शेष 20 मांगों पर न तो सड़क पर और न ही सदन में कोई चर्चा करने को तैयार है।
आंदोलन के बीच जीवन सिंह शेरपुर ने एक बड़ा राजनीतिक धमाका करते हुए नया दल बनाने की घोषणा भी कर दी है। उन्होंने स्टेडियम में मौजूद हजारों समर्थकों से पूछा कि “क्या हमें अपना दल बनाना चाहिए?”, जिस पर भीड़ ने जोरदार समर्थन किया। शेरपुर ने एलान किया कि “हम दल बनाएंगे भी और इसे चलाएंगे भी।” उन्होंने कहा कि इसके लिए जल्द ही कोर कमेटी के साथ बैठक कर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
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मकराना की चेतावनी- ‘दिल्ली घेरेंगे’, 20 हजार कार्यकर्ताओं ने जलाई मोबाइल टॉर्च
हरदा, अग्निपथ।
आंदोलन में शामिल श्री राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने भी कड़े तेवर दिखाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने अभी केवल 5 अधिकारियों को लाइन हाजिर कर मजिस्ट्रियल जांच की बात कही है, लेकिन दोषी अधिकारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा। मकराना ने हुंकार भरते हुए कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो इस बार आरक्षण की मांग को लेकर सीधे दिल्ली का घेराव किया जाएगा। शाम होते ही स्टेडियम में मौजूद करीब 20 हजार से अधिक कार्यकर्ताओं ने अपने मोबाइल की टॉर्च जलाकर एकता का प्रदर्शन किया और हनुमान चालीसा का पाठ किया।
मंच पर अनशन पर बैठे जीवन सिंह शेरपुर के स्वास्थ्य पर डॉक्टरों की टीम लगातार नजर बनाए हुए है। हर दो घंटे में उनका मेडिकल चेकअप किया जा रहा है। हालांकि उनका ब्लड प्रेशर फिलहाल स्थिर है, लेकिन शुगर लेवल में लगातार उतार-चढ़ाव होने से समर्थकों में चिंता बनी हुई है। कार्यकर्ताओं ने कड़ाके की ठंड से बचने के लिए अलाव जला लिए हैं और रात भर स्टेडियम में ही डटे रहने का फैसला किया है।
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सुरक्षा के अभेद्य इंतजाम, पांच स्तरीय घेराबंदी में पूरा जिला
हरदा, अग्निपथ।
हालात की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रशासन ने पूरे जिले को एक छावनी में तब्दील कर दिया है। हरदा में पांच स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है और ड्रोन कैमरों के जरिए चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है। बाहर से आए भारी पुलिस बल को ठहराने के लिए शहर की 30 प्रमुख होटलों और धर्मशालाओं को प्रशासन ने अपने कब्जे में ले लिया है। जिले के सभी प्रवेश और निकास मार्गों पर सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है।
करणी सेना की 21 सूत्रीय मांगों में लाठीचार्ज की न्यायिक जांच, दर्ज मामलों की वापसी, भर्ती प्रक्रिया में सुधार, आर्थिक आधार पर आरक्षण, किसानों की समस्याएं, बिजली के स्मार्ट मीटर का विरोध और गो-संरक्षण जैसे बड़े मुद्दे शामिल हैं। प्रशासन और आंदोलनकारियों के बीच बढ़ते गतिरोध को देखते हुए शहर में भारी तनाव का माहौल है। संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि मांगों पर ठोस लिखित कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन को प्रदेश व्यापी स्वरूप दिया जाएगा।
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