देवास में दंपती ने की 15 करोड़ की ठगी, पुलिस जांच में जुटी
देवास, अग्निपथ। एक दंपती ने बैंक की सस्ती प्रॉपर्टी दिलाने के नाम पर कम से कम 10 लोगों से 15 करोड़ रुपए से अधिक की ठगी की है। सिविल लाइन पुलिस ने अश्विन यादव की शिकायत के आधार पर आनंद देवकर और उनकी पत्नी रूपाली देवकर के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज बनाने के आरोप में मामला दर्ज किया है। दंपती फिलहाल फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
पुलिस के अनुसार, अश्विन यादव ने पिछले 15 सालों से आनंद को जाना। आनंद अपनी फर्म इंदौर टोटल सॉल्यूशन और इंदौर टोटल सॉल्यूशन एलएलपी के माध्यम से निवेश का लालच देकर लोगों को धोखा देता था। अश्विन ने 20 सितंबर 2025 को अपने घर को बंधक रखकर 35 लाख रुपए का लोन लिया और उसी दिन आनंद के मुखर्जी नगर स्थित घर पहुंचे। व
हां आनंद और रूपाली ने बैंक नीलामी की कई संपत्तियों में निवेश का प्रस्ताव दिया। उन्होंने संपत्तियों की फोटो और वीडियो भी दिखाए। आश्विन ने मुंबई के साकीनाका में कथित 150 फ्लैट्स में निवेश करने का निर्णय लिया और आनंद ने अपनी फर्म के जरिए शॉर्ट टर्म निवेश करवाने का सुझाव दिया। अश्विन ने चार-पांच बार में कुल 16 लाख 53 हजार रुपए आनंद के एयू बैंक खाते में ट्रांसफर किए।
इसके बाद आनंद ने अतिरिक्त निवेश का दबाव बनाया और दावा किया कि राशि से नीलामी संपत्ति खरीदी गई। जब अश्विन ने मुनाफे के बारे में पूछा तो आनंद टालमटोल करने लगा। जांच में पता चला कि सभी डिमांड ड्राफ्ट फर्जी थे। अनुमानित वास्तविक ठगी की राशि 15 करोड़ रुपए से अधिक है।
इसके अलावा पप्पू, सुनिल, विनोद, सोहन, दीपक, चंदन, संजीव, अमरिश और हेमंत सहित अन्य लोगों से भी राशि ली गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयवीर सिंह भदोरिया ने बताया कि मामले की विवेचना जारी है और शीघ्र ही आरोपी दंपती को गिरफ्तार किया जाएगा।
