9 साल की बच्ची से हैवानियत करने वाले दरिंदे को महिला पुलिस अधिकारी ने सडक़ पर चांटे मारे

 न्यायालय में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया

उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन के खाचरौद में 9 साल की बच्ची से हैवानियत करने वाले पड़ोसी को पुलिस ने गिरफ्तार कर मंगलवार दोपहर उसका जुलूस निकाल दिया।  दुष्कर्म का प्रयास विफल होने पर दरिंदे ने मासूम को बोरी में भरकर मोगरी से वार कर हत्या कर दी थी।

एसपी प्रदीप शर्मा ने खाचरौद में हुई इस सनसनीखेज वारदात का देर रात खुलासा किया था। आरोपी रियाज़ पिता साबिर नामक युवक दो बच्चों का पिता है जिसने 9 साल की मासूम बच्ची से दुष्कर्म का प्रयास किया और असफल होने पर बेरहमी से उसकी हत्या कर दी थी।

मंगलवार सुबह मासूम बच्ची का पोस्टमार्टम हुआ जिसके बाद आक्रोशित परिजन और समाज के अन्य लोगों ने मस्जिद के बाहर बच्ची का शव रखकर आक्रोश व्यक्त करते हुए आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई और तत्काल गिरफ्तारी की मांग की थी।

हालांकि पुलिस ने सोमवार रात को ही आरोपी को हिरासत में ले लिया था। मंगलवार सुबह बच्ची का पोस्टमार्टम हुआ और शव घर लाया गया तो पूरे क्षेत्र में मातम जैसा माहौल था लोगों में आक्रोश था। समाजजनों ने मासूम बच्ची का जनाजा निकाल मस्जिद के सामने आक्रोश व्यक्त करते हुए प्रदर्शन किया। पुलिस भी इस घटना से स्तब्ध थी। पुलिस दरिंदे को घटना स्थल का मुआयना कराने के लिए जुलूस निकालते हुए लेकर पहुंची। सार्वजनिक रूप से उसे अपराध बोध कराया कराया।

महिला एसडीओपी आकांक्षा बिछोटे ने सरेराह दरिंदे को थप्पड़ जड़े। आरोपी दो बच्चों का पिता है। एसडीओपी ने बताया कि आरोपी को मंगलवार को न्यायालय में पेश किया। कोर्ट ने पूछताछ के लिए दो दिन की रिमांड पर आरोपी को पुलिस के सुपुर्द किया है।

पत्नी और बच्चे उज्जैन आए थे

दरिंदे रियाज़ पिता साबिर की पत्नी का मायका उज्जैन का है। वह उज्जैन में अपने मायके के परिवार में शादी समारोह में बच्चों को साथ लेकर आई थी। एसडीओपी आकांक्षा ने बताया कि आरोपी संयुक्त परिवार में रहता है। उसके दो भाई और पूरा परिवार एक ही घर में रहते हैं। घटना वाले दिन दोनों भाइयों के परिवार बडऩगर में शादी में शामिल होने गए थे जबकि पत्नी बच्चे उज्जैन आए थे।

आरोपी के बड़े भाई की बेटी के साथ मासूम खेलती थी उस दिन भी वह उसे ढूंढते हुए उसके घर में पहुंच गई थी। इस दौरान घर में अकेला होने पर रियाज़ हैवान बन गया और मासूम बच्ची का दैहिक शोषण करने में असफल रहा क्योंकि बच्ची चिल्लाने लगी थी। उसे चुप कराने के लिए बोरी में भरकर मोगरी से वार कर मासूम की हत्या कर दी।

घटना के बाद बाहर निकालकर आसपास का माहौल देखा और वापस अन्दर आया तो मासूम जिंदा थी उसकी सांसे चल रही थी। इस पर उसने बच्ची को उठाया और परिजनों के पास लेकर गया। बच्ची की नानी से बोला कि वह छत से गिर गई है। बच्ची के परिजनों के साथ वह खुद भी अस्पताल गया और वापस घर आकर घटना को छुपाने के लिए घर में सबूत मिटाने के प्रयास किए। डॉक्टर ने जब बालिका की हालत देखी तो पूरा मामला संदिग्ध लगा। इसके बाद पुलिस की एंट्री हुई और मासूम की हत्या का पूरा मामला सामने आ गया।

Next Post

मॉर्निंग वॉक पर निकला पटवारी लापता, मोबाइल भी घर छोड़ा

Tue Dec 16 , 2025
पत्नी व बच्चों का रो-रो कर हुआ बुरा हाल, पुलिस पर लापरवाही का आरोप उज्जैन, अग्निपथ। मंगलवार को परिवार एवं नजरपुर के पूर्व सरपंच ने आगर निवासी अपने रिश्तेदार पटवारी की गुमशुदगी की जानकारी मीडिया को साझा करते हुए बताया कि नित्य की भांति प्रात: घूमने निकले पटवारी का पांच […]