अर्जुन सिंह चंदेल कभी ना भूलने वाले पारंपरिक दोपहर भोजन के बाद हमें जाना था इडुक्की और पथानामथिट्टा जिलों में फैली हुयी पेरियार झील को और उसके अंदर स्थित पेरियार नेशनल पार्क को देखने जो थेक्कड़ी का मुख्य आकर्षण है। थेक्कड़ी केरल और तमिलनाडु की सीमा पर स्थित इसका थेक्कड़ी […]

अर्जुन सिंह चंदेल जब तक मसालों के बगीचों में थे बहुत आनंद आ रहा था जैसे ही बाहर चमचमाते शोरूम पर आये तो मसालों के रेट सुनकर होश फाख्ता हो गये। जो इलायची अच्छी से अच्छी उज्जैन में 2500 से 3200 रुपये किलो मिल रही है मतलब सबसे सर्वोत्तम 3200/- […]

अर्जुन सिंह चंदेल एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान का एक और महत्वपूर्ण आकर्षण है इस उद्यान में 12 वर्षों में आने वाले नीलकुरिंजी के फूल यह एक सुंदर फूल हैं।‘नीलकुरिंजी’ के फूल का वैज्ञानिक नाम ‘स्ट्रोबिलैंथेस कुंथियाना’ है, यह जब खिलता है तो नीलगिरी पर्वत शिखरों और पहाडिय़ों को नीला बना देता […]

अर्जुन सिंह चंदेल सुबह की शिफ्ट के निर्धारित स्थानों में से हम चाय बागान और झील में स्पीड बोट की सवारी का आनंद ले चुके थे अब एक और पाईन्ट बचा, वह था इको पाईन्ट। झील से मुश्किल से 1 किलोमीटर ही वापस मुन्नार की ओर आये थे कि इको […]

अर्जुन सिंह चंदेल आज सुबह की शिफ्ट में हम लोगों को होटल से 14 किलोमीटर दूर मट्टुपेट्टी बाँध देखने जाना था और बाँध से 1 किलोमीटर दूर पहाडिय़ों के बीच, चाय बागानों और पहाडिय़ों, जंगलों से घिरी खूबसूरत झील में मुन्नार जिला पर्यटन संवर्धन परिषद द्वारा संचालित की जाने वाली […]

अर्जुन सिंह चंदेल दिन के दो-ढाई बज गये होंगे कोचिन से रवाना होने में। दल के लीडर संकल्प ने खुद का परिचय देते हुए थोड़े से दिशा-निर्देश दिये और 10 अगस्त के बचे हुए समय का प्रोग्राम बताया। संकल्प ने बताया कि कोचिन से मुन्नार तक लगभग चार से साढ़े […]

अर्जुन सिंह चंदेल हैदराबाद से दूसरा एयरक्राफ्ट बदलकर हम लगभग 11:30 बजे केरल की धरती पर उतर गये। ‘केरल’ का नाम ‘केरा’ से पड़ा, केरा का मतलब नारियल का पेड़ होता है, हमारी पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान परशुराम ने जब इस पृथ्वी को क्षत्रिय विहीन कर दिया तब उन्हें […]

अर्जुन सिंह चंदेल बीते कई वर्षों से प्रकृति और पर्यटन के शौकीन दोस्तों से देश के दक्षिण भाग में स्थित केरल प्रदेश की सुंदरता के बारे में सुन ही सुन रहा था पर कुछ योग नहीं बन पा रहे थे। अचानक एक दिन चलायमान फोन की दुनिया में मुम्बई की […]

– अर्जुन सिंह चंदेल संकरी सडक़ के दोनों ओर ग्रामीण परिवेश से भारत की वास्तविक और सुंदर छवि को स्पष्ट देखा जा सकता था। कुछ ही मिनटों में हमें सामने ही म.प्र. पर्यटन विकास निगम का रिसोर्ट नजर आ गया। मेरा हायर सैकेण्डरी का मित्र उज्जैन निवासी राजेन्द्र पंवार उर्फ […]

अर्जुन सिंह चंदेल जनकपुर जाते समय हम जिस मार्ग पर जा रहे थे उस पर काठमांडू से 28 किलोमीटर दूर नौविसे नाम का एक छोटा सा गाँव आता है। नौविसे से जनकपुर जाने के दो रास्ते हैं पहला मुगलिंग होकर जिस पर फोरलेन का कार्य चल रहा है दूसरा रास्ता […]