किसान की शिकायत पर जांच करने पहुंचे दल को कचरे के ढेर में मिला तीन क्विंटल गेहूं
उज्जैन। किसान की कम उपज तौलन का एक और मामला सामने आया है। इस मामले में भी मंडी के प्रांगण प्रभारी ने पंचनामा बनाया है। इस बार किसान के साथ नए तरीके से गड़बड़ी की गई थी, परन्तु उसकी सजगता से मामले का खुलासा हो गया है।
मंडी सचिव अश्विन सिन्हा ने बताया कि गनावा का किसान 31 बोरी गेहूं लेकर कृषि उपज मंडी में आया था। मंडी में नीलामी के दौरान उसकी उपज खाटू श्याम ट्रेडर्स के विकास अग्रवाल ने खरीदी थी। उपज की तुलाई करने पर गेहूं की 28 बोरियां ही मिली। किसान ने आपत्ति लेते हुए इसकी शिकायत मंडी समिति से की।
मंडी समिति के प्रांगण प्रभारी सत्यनारायण बजाज और अन्य कर्मचारी मौके पर पहुंचे। किसान की रसीद को चेक करने के बाद बोरियों की गिनती की गई। तीन क्विंटल की तीन बोरियां कचरे में डाल दी गई थी। जिन्हें वापस से किसान की अन्य उपज के साथ रखा गया और उसके उसकी पूरी कीमत दिलाई गई। वहीं मौके पर पंचनामा बनाया गया।
मंडी समिति के कर्मचारियों ने विकास अग्रवाल की खरीदी-बिक्री पर रोक लगा दी गई। साथ ही उसे नोटिस दिया गया है। मुकादम को भी दिया गया नोटिस : इस मामले में मंडी समिति ने किसान की उपज तौलने वाले मुकादम कैलाश मीणा को भी नोटिस दिया है। उस नोटिस का जबाव मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
कोठारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज
मंडी में किसान की कम उपज तौलने के मामले में अनाज तिलहन संघ के सचिव विजय कोठारी के खिलाफ चिमनगंज थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। मंडी के प्रांगण प्रभारी सत्यनाराण बजाज की शिकायत पर पुलिस ने विजय कोठारी की फर्म समरथमल-सरदारमल के खिलाफ धारा 420, 264 और 265 के तहत केस दर्ज कर लिया है।
यह एफआईआर कृषि मंत्री कमल पटेल के निर्देश पर मंडी सचिव ने कराई है। 16 जून को रंथभंवर के किसान की कम उपज तौलने का मामला सामने आया था। करीब 13 दिन के बाद धोखाधड़ी और कम उपज तौलने का केस दर्ज हुआ है।
मंत्री पटेल करेंगे मंडी का दौरा
उज्जैन मंडी में लगातार किसानों के साथ धोखाधड़ी का मामले सामने आने के बाद मंत्री कमल पटेल ने मंडी का निरीक्षण करने की बात कही है। वे कह चुके हैं कि किसी भी कीमत पर प्रदेश में किसान के साथ धोखाधड़ी को स्वीकार नहीं किया जाएगा। प्रदेश सरकार किसान के साथ है और वह धोखाधड़ी करने वालों को पुलिस को सौंपेगी।
पांच टीमें रोज करेगी मंडी में जांच
उज्जैन कृषि उपज मंडी सचिव अश्विन सिन्हा ने बताया कि मंडी में किसानों की कम उपज तौलने के मामले को रोकने के लिए पांच कर्मचारियों की टीम गठित की गई है। यह टीम नीलामी के दौरान निरीक्षण करेगी। ताकि किसी किसान की कम उपज तौली न जाए।
इसके अलावा नापतौल विभाग को भी मंडी में सभी व्यापारियों के तौल कांटों की जांच के लिए कहा गया है। ताकि एक सिरे से सारे व्यापारियों के तौल कांटों की जांच हो जाए। सिन्हा ने कहा कि खाटू श्याम ट्रेडर्स के मामले में जांच के बाद व्यापारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। सभी व्यापारियों को निर्देश दिए गए हैं कि किसान की उपज तौलने के दौरान सावधानी रखे और अपने तौल कांटों को जांच कर लें।