पद मिलने के बाद पहली बार महाकाल दर्शन के लिए आये प्रभारी मंत्री
उज्जैन, अग्निपथ। शुक्रवार कीे दोपहर प्रभार ग्रहण करने के बाद उज्जैन के प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा भगवान महाकाल राजा के दर्शन को पहुंचे। उनके साथ परिवार के लोग भी शामिल थे। उन्होंने नंदीहाल में पूजन किया। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की ओर से उनका स्वागत भगवान महाकाल के चित्र और शाल-श्रीफल भेंटकर किया गया। प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा का यह प्रवास पूरी तरह से गोपनीय रखा गया था।
प्रभारी मंत्री श्री देवड़ा ने भगवान महाकाल के दर्शन गर्भगृह की चौखट से किए। उन्होंने नंदी बाबा से भी आशीर्वाद प्राप्त किया। नंदीहाल में पुजारी यश गुरू ने उनका पूजन कराया। पूजा पाठ के बाद मंदिर प्रबंध समिति की ओर से उनका सम्मान भगवान महाकाल के चित्र भेंटकर किया गया।
प्रभारी मंत्री बनने के बाद देवड़ा का यह उज्जैन शहर में पहला आगमन था। इसके पूर्व भी वह कई बार भगवान महाकाल के दर्शन को आ चुके हैं। लेकिन अब प्रभारी मंत्री बने तो उन्होंने परिवार सहित भगवान महाकाल के दरबार में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। अमूमन जब भी कोई मंत्री भगवान महाकाल के दर्शन के आता है तो जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों को भी सूचित कर समाचार और फोटो के लिए कर्मचारी मंदिर में उपस्थित हो जाते हैं। लेकिन शुक्रवार को प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा अपने परिवार के साथ भगवान महाकाल के दर्शन को पहुंचे। इसकी सूचना केवल जिला प्रशासन के अधिकारियों को ही थी।
हालांकि उनकी आगवानी करने के लिए कलेक्टर आशीषसिंह, मंदिर प्रशासक नरेन्द्र सूर्यवंशी, सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल, प्रतिक द्विवेदी, आरके गेहलोत सहित अन्य अधिकारीगण समय पूर्व से ही पहुंच गए थे। इन अधिकारियों ने भी इस सूचना को पूरी तरह से गुप्त रखा। संभवत: प्रभारी मंत्री की ओर से ऐसा कोई आदेश जिला प्रशासन के पास पहुंचा होगा।
गर्भगृह की चौखट से बाबा को शीश नवाया
पहली बार उज्जैन का प्रभारी मंत्री बनने के बाद श्री देवड़ा ने परिवार सहित भगवान महाकाल के दर्शन गर्भगृह की चौखट से किए। उन्होंने नंदी बाबा के कान में अपनी मन की मुराद बोली। कोरोना संक्रमण के दौर में दो माह से अधिक समय से भगवान महाकाल का दरबार बंद होने के सत्ता पक्ष के कई मंत्री भगवान के दर्शन को नहीं पहुंचे थे। लेकिन बाबा का दरबार खुलने के एक सप्ताह के ही अंदर प्रभारी मंत्री बनने के बाद श्री देवड़ा ने उनके प्रति कृतक्षता जताते हुए परिवार सहित पहुंच कर आशीर्वाद लिया।