आज से शुरू होगा मकानों को जमींदोज करने का काम
उज्जैन, अग्निपथ। बेगमबाग से सटे हुए शकैब बाग इलाके में मकानों को हटाने के लिए प्रशासन द्वारा तय की गई डेड लाइन शुक्रवार को पूरी हो गई है। शुक्रवार शाम को इस इलाके में प्रशासन द्वारा मुनादी भी करा दी गई।
जिन परिवारों ने अब तक न तोअनुग्रह राशि लेने की स्वीकृति दी है और न ही जमींन खाली करने के लिए राजी हुए है, उन्हें शनिवार दोपहर 2 बजे तक की अंतिम मोहलत दे दी गई है। दोपहर 2 बजे के बाद से नगर निगम का अमला यहां मकानों को तोडऩे का बड़े स्तर पर अभियान शुरू कर देगा।
शकैब बाग में रहने वाले ज्यादातर परिवार या तो कब्जेधारी है या उनके पास जमींन के पट्टे है। प्रशासन शुरूआत से ही सभी को अतिक्रमणकारी मान रहा है। पिछले एक सप्ताह से यहां प्रति परिवार 3-3 लाख रूपए की अनुग्रह राशि देकर उनके मकान जमींदोज करने की प्रक्रिया में प्रशासन जुटा है।
कलेक्टर आशीषसिंह ने यहां रहने वाले सभी परिवारों के लिए शुक्रवार शाम तक की डेड लाइन तय की थी। शाम तक महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के जरिए 108 मकानों के लिए 3-3 लाख रूपए की अनुग्रह राशि जारी कर दी गई थी। शाम 5 बजे तक महाराजवाड़ा स्कूल परिसर में लगे कैंप में 20 ओर लोगों ने अनुग्रह राशि लेने के लिए अपने दस्तावेज जमा कराए है।
प्रशासनिक टीम ने यहां अंतिम तौर पर 138 ऐसे मकान चिन्हित किए है जिनके लिए अनुग्रह राशि दी जाना है। अब बमुश्किल 10 या 12 ही परिवार ऐसे शेष रह गए है जिन्होंने अनुग्रह राशि लेने और जमींन छोडऩे के लिए अपनी सहमति नहीं दी है। शुक्रवार शाम इस इलाके में मुनादी करा दी गई। मुनादी के माध्यम से चेतावनी दी गई कि शनिवार दोपहर 2 बजे से पहले जो लोग अनुग्रह राशि लेने के लिए दस्तावेज जमा नहीं कराएंगे उनकी राशि भी लैप्स हो जाएगी और मकान भी तोड़ दिए जाएंगे।
इनका कहना
हमने शनिवार दोपहर 2 बजे तक का अंतिम समय दिया है। इसके बाद मकानों को तोडऩे की कार्रवाई शुरू हो जाएगी। तय अवधि के बाद किसी की आपत्ति मान्य नहीं करेंगे। यहां रहने वाले अधिकांश परिवार जमींन खाली करने के लिए अपनी सहमति दे चुके है। – संजीव साहू, एसडीएम