सात दिन में मांग पूरी न होने पर आंदोलन तेज करने की दी चेतावनी
महिदपुर रोड। ग्राम सरवन खेड़ा एवं बरुखेड़ी के बीच की सडक़ व पुलिया नहीं होने के कारण दोनों गांवों के किसानों को अपनी खेती किसानी के कार्य के लिए बारिश के मौसम में जाने-आने में बहुत परेशानी होती है। इसके साथ ही पेयजल की दिक्कत से भी ग्रामीण जूझ रहे है। कई बार संबंधितों से गुहार के बाद भी हालात नहीं सुधरने परे आखिरकार शुक्रवार को उनका सब्र जवाब दे गया। ग्रामीणों ने कांग्रेस नेता रणछोड़ त्रिवेदी के नेतृत्व में करीब दो घंटे धरना दिया।
गौरतलब है कि ग्राम पंचायत बरूखेड़ी के तहत आने वाले सरवनखेड़ा और बरूखेड़ी गांवों को जोडऩे वाली पुलिया एवं सडक़ का निर्माण नहीं होने के कारण लोगों ने ग्राम पंचायत से लेकर जनपद पंचायत तक के जिम्मेदारों को कई बार समस्या के निराकरण की मांग की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
इसके बाद बरुखेड़ी के किसानों ने अपने खर्च से ट्रैक्टर-ट्रालियों से खेतों तक मोरम डाल कर रास्ता बनाया किंतु ग्राम सरवन खेड़ा के अजा वर्ग के लोग खुद के ट्रैक्टर ट्रालियां नहीं होने के कारण वह अपने खेतों की तरफ जाने वाले रास्ते पर मुरम नहीं डाल पाये। जिसके कारण बारिश में सोयाबीन की बोवनी करने के लिये उन्हें बहुत परेशानी उठानी पड़ी।
इसको लेकर शुक्रवार को पूर्व सरपंच शंकरलाल अहिरवार ग्रामवासियों को लेकर कांग्रेस नेता रणछोड़ त्रिवेदी के नेतृत्व में बरुखेड़ी बस स्टैंड पर किसानों और महिलाओं के साथ धरने पर बैठ गये। धरना सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक चला।
ाना प्रभारी एमएल चौहान, सब इंस्पेक्टर नानकराम पटेल पुलिस बल के साथ धरना स्थल पर पहुंचे और लोगों से धरना खत्म करने की मांग की गई। धरने पर बैठे लोगों ने समस्याओं का हल न होने तक वहां से जाने से इंकार कर दिया।
अधिकारियों से आश्वासन मिला तब खत्म किया धरना
इसके बाद नायब तहसीलदार जितेंद्र चौरसिया धरना स्थल पर पहुंचे और त्रिवेदी, पूर्व सरपंच शंकरलाल अहिरवार व ग्रामीणों से चर्चा की। त्रिवेदी ने ग्रामीणों की समस्याओं को बताया। त्रिवेदी ने धरना स्थल से ही पेयजल की समस्याओं को लेकर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग उज्जैन के जिला अधिकारी महिदपुर के एसडीओ जांगड़े से चर्चा की।
अधिकारियों द्वारा पेयजल की समस्या को दूर करने का आश्वासन दिया एवं सडक़ व पुलिया निर्माण के लिए जनपद पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी से चर्चा की। उन्होंने जल्दी ही सडक़ का कार्य प्रारंभ करवाने का आश्वासन दिया। इसके बाद सात दिवस में मांगों के निराकरण नहीं होने पर दोनों गांवो के ग्रामीण ने फिर चक्का जाम आन्दोलन करने की चेतावनी देकर धरना खत्म किया।
धरना स्थल पर ग्राम पंचायत सरवन खेड़ा के पूर्व सरपंच अहिरवार सहित ग्राम बरुखेड़ी के भरतलाल जाट, प्रभुलाल, कनीराम, हरिराम, शंभूलाल, जितेंद्र सिंह, राहुल सिंह, लालजीराम पंवार, कुशाल, कमलाबाई सहित महिलायें भी धरना स्थल पर मौजूद रहीं।