कलेक्टर बोले- ऐसी घटनाओं के अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा, एसपी ने कहा -त्वरित न्यायालय में होगी सुनवाई
देवास। नेमावर हत्याकांड के दो आरोपियों के मकान और दुकान प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारियों की मौजूदगी में शुक्रवार को तोड़े गए। कलेक्टर ने कहा कि ऐसी घटनाओं के अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।
हत्याकांड के मुख्य आरोपी सुरेंद्र सिंह पिता लक्ष्मण सिंह चौहान निवासी वार्ड-10 रेत नाका, नेमावर की 4 हजार 500 वर्गफीट में तीन दुकान और दुकान के पीछे मकान को तोड़े गए। प्रशासन ने एक और आरोपी विवेक तिवारी पिता कमल किशोर लक्ष्मीनारायण तिवारी का वार्ड-14 में 2 हजार वर्गफीट में बने मकान तोडऩे की कार्यवाही की।
इस दौरान कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला, पुलिस अधीक्षक डॉ. शिवदयाल सिंह, एसडीएम खातेगांव त्रिलोचन गौड़, एएसपी सूर्यकांत शर्मा, डीएसपी किरण शर्मा, नगर परिषद सीएमओ अशोककुमार भमोलिया सहित बड़ी संख्या में जिला प्रशासन, पुलिस और नगर परिषद के कर्मचारीगण उपस्थित थे।
कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला ने कहा कि नेमावर की घटना अत्यंत जघन्य थी। इस तरह की घटनाओं के अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। अपराधियों को चिन्हित करके उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
अपराधियों की अवैध संपत्ति और अवैध निर्माण ध्वस्त किया जा रहा है। मुख्य आरोपी सुरेंद्रसिंह चौहान के लगभग 4 हजार 500 स्क्वेयर फ़ीट में बने अवैध निर्माण को तोड़ जाने से साफ संदेश जाता है कि कोई भी इस तरह का अपराध करता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सभी आरोपियों को चिन्हित कर लिया गया है। सभी आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जा रही है। न्यायिक कार्यवाही और अवैध संपत्ति तोडऩे कार्यवाही आगे भी इस तरह जारी रहेगी। कलेक्टर शुक्ला ने बताया कि पीडि़त परिवारों को शासन के निर्देशानुसार 41 लाख 25 हजार रुपए की राशि स्वीकृति की गई है। जिसके आदेश जारी कर दिए गए हैं। यह राशि पीडि़त परिवार वालों के खातों में डाली जाएगी।
पुलिस अधीक्षक डॉ. शिवदयाल सिंह ने कहा कि हम सभी साक्ष्य इक्कठा कर रहे हैं। हमारी कोशिश है आरोपियों को जल्दी से जल्दी सजा दिलवाई जाए। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले इसलिये त्वरित न्यायालय में सुनवाई करके आरोपियों को सजा दिलाई जाएगी। सभी आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड देखे जा रहे हंै। सभी आरोपियों की संपत्ति की जानकारी ले रहे हैं।
यदि कोई अवैध निर्माण पाया जाता है तो अवैध निर्माण को तोडऩे की कार्यवाही की जाएगी। आरोपियों के अन्य स्रोतों की जानकारी ली जा रही है। आरोपियों पर अन्य जिलों में कोई आपराधिक रेकॉर्ड भी देखा जा रहा है। आपराधिक रिकॉर्ड पाए जाने पर उन पर भी कार्यवाही की जाएगी।