देवास। उच्च वेतनमान समेत अन्य मांगों को लेकर नर्सेस की अनिश्चितकालीन हड़ताल चौथे दिन भी जारी रही। समस्त सीनियर नर्सों के हड़ताल में जाने से जिला अस्पताल पूरी तरह से अनुभव हीन होता नजर आ रहा है, वहीं प्रशिक्षु नर्सों व्यवस्था बनाने में असफल नजर आ रही हैं। उधर मांगों की अनदेखी के विरोध में नर्सों ने कोरोना योद्धा का सम्मान पत्र भी लौटा दिया।
प्रांतीय नर्सिंग जिलाध्यक्ष तृप्ति टीकादर एवं नर्सिंग एसोसिएशन जिलाध्यक्ष सीमा वर्मा ने बताया कि नर्सो को विगत दिनों कोरोना योद्धा का सम्मान मिला था। एक तरफ सरकार हमें सम्मान दे रही है वही दूसरी ओर हक मार रही है। हमे सम्मान के साथ हक भी चाहिए। जब तक ये लड़ाई जारी रहेगी। हमे हमारा हक नहीं मिल जाता तब तक सम्मान भी नही लेंगे। प्रशासन द्वारा मांगे नही माने जाने पर समस्त नर्सो ने शनिवार को अपना कोरोना योद्धा सम्मान पत्र सिविल सर्जन को लौटा दिया। नर्सो ने अस्पताल परिसर में रैली निकालते हुए नारेबाजी कर सम्मान पत्र लौटाया।
हड़ताल का सीधा प्रभाव मरीजों और उनके परिजनों पर पड़ रहा है । जिला अस्पताल में मरीज इधर से उधर भटकते नजर आ रहे है, लेकिन उन्हें सही उपचार नहीं मिल पा रहा है। नर्सों की इस हड़ताल से गायनिक वार्ड में ज्यादा समस्या सामने आई। नर्सों को अन्य संगठनों का समर्थन भी मिल रहा है।
नर्सों की मुख्य मांगे पुरानी पेंशन योजना फिर से लागू की जाए, प्रदेश के सभी मेडिकल कालेज में मेल नर्स की भर्ती की जाए, नर्सिंग स्टॉफ के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति देने के साथ-साथ कोरोना योद्धा अवार्ड से सम्मानित किया जाए, दो वेतनवृद्धि का लाभ उनकी सैलरी में लगाया जाए, उच्च शिक्षा हेतु आयु बंधन हटाया जाए आदि 12 सूत्री मांगे शामिल है।