बिना नाम की चौकी का लोकार्पण…
उज्जैन, अग्निपथ। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री और सांसद ने सोमवार को पुलिस चौकी का लोकार्पण किया। इंदौर रोड टोल नाके के आगे यह चौकी स्थित है। मंत्री और सांसद के शुभारंभ करने से पहले ही वहां हंगामा मच गया। काले झंडे दिखाने तक की बात हो गई। नतीजा पुलिस ने समझदारी दिखाई। तत्काल पेंटर बुलवाया और चौकी पर लिखा नाम पुतवा दिया। ताज्जुब की बात यह है कि बिना नाम वाली इस पुलिस चौकी का लोकार्पण भी हो गया।
पुलिस विभाग के सामने सुबह बैठे-ठाले की मुसीबत आ गई। विभाग को कोई अंदाजा नहीं था कि एक नामकरण को लेकर इतना विवाद खड़ा हो जायेगा। ग्राम रामवासा के निवासी इस बात पर अड़ गये कि जब हमारी जमीन पर पुलिस चौकी बनाई गई है तो पुलिस चौकी का नामकरण पंथपिपलई गांव के नाम पर क्यों किया गया है। नामकरण की बात इतनी तूल पकड़ गई कि … ग्रामवासी काले झंडे दिखाने की बात पर उतर आये। ऐसा हमारे विश्वसनीय सूत्रों का कहना है। तब एडिशनल एसपी अमरेन्द्रसिंह आगे आये और आसानी से इस मामले को सुलझा दिया।
57 मिनट में …
ग्राम रामवासा के गजराजसिंह व सरपंच मांगीलाल आदि इस पुलिस चौकी के नामकरण को लेकर काफी नाराज थे। उन्होंने अपनी नाराजगी से एडिशन एसपी को भी अवगत करा दिया था। मामले को तूल पकडता देख, तत्काल ही पेंटर को बुला लिया गया। जिसने उद्घाटन के पहले ही पंथपिपलई शब्द को पेंट करके मिटा दिया। जिसकी गवाह यह 2 तस्वीरे है। पहली तस्वीर 10:14 पर ली गई। जिसमें पुलिस चौकी पंथपिपलई लिखा था। 11:10 पर दूसरी तस्वीर (सबसे ऊपर) ली गई। मात्र 57 मिनिट के अंदर ही यह मामला शांत कर दिया गया।
दूसरी दफा …
भारतीय परम्परा के अनुसार अगर किसी नये भवन में एक बार गणेश पूजन हो जाये तो उसका श्रीगणेश मान लिया जाता है। गत 16 जून को इस पुलिस चौकी का विधिवत पूजन के साथ श्रीगणेश हो चुका था। चौकी प्रभारी ने अपने मित्रों के साथ पूजन किया था। जिसका सबूत यह तस्वीर है। मगर इसके बाद भी आज पुन: चौकी का शुभारंभ हुआ। पूजन भी किया गया। शिलान्यास पत्थर भी लगाया गया। जिसको लेकर ग्रामवासी अचरज में है। उनके बीच चर्चा है कि … जिस चौकी का विधिवत पूजन करके शुभारंभ 16 जून को हो गया। उसके लिए आज एक बार फिर क्यों इतनी नौटंकी की गई।