उज्जैन, अग्निपथ। शकैब बाग की जमीन को कब्जे से मुक्त कराने के बाद अब महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने इस जमींन पर विधिवत कब्जा लेने के लिए राजस्व विभाग को पत्र भेजा है। रिक्त कराई गई जमींन फिलहाल राजस्व की है और ऑफिशियल रूप से अब महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति को इसका मालिक बनाए जाने की कवायद शुरू हो गई है।
सोमवार को भी शकैब बाग में मलबा हटाने की कवायद जारी रही। यहां निवास करने वाले सभी परिवार अन्यत्र शिफ्ट हो चुके हैं। जमींन खाली होने के साथ ही स्मार्ट सिटी कंपनी ने भी यहां विकास की प्लानिंग को अंतिम रूप देने की कवायद शुरू की है। अतिक्रमण मुक्त कराई गई जमींन के पीछे बने महाराजवाड़ा स्कूल और उर्दू स्कूल के भवन को चारधाम मंदिर के पास बनाए गए संकुल में शिफ्ट किया जाएगा।
महाराजवाड़ा स्कूल की नई बिल्डिंग में महाकाल थाना शिफ्ट कर दिया जाएगा जबकि उर्दू स्कूल और महाराजवाड़ा स्कूल के क्लास रूम को डिस्मेंटल कर दिया जाएगा। बेगमबाग से भारत माता मंदिर की ओर जाने वाले रोड पर कब्जा मुक्त कराई गई जमीन पर महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा स्मार्ट सिटी कंपनी के माध्यम से दुकानों का निर्माण होना है। मंदिर के पिछले हिस्से से हटाए गए दुकानदारों को यहां दुकानें दी जाएंगी।
सामने का सर्वे हुआ पूरा
महाकालेश्वर मंदिर के सामने की जमींन 70 मीटर तक रिक्त कराने का सर्वे भी राजस्व टीम द्वारा पूरा कर लिया गया है। इस दायरे में आने वाली सभी संपत्तियों का नाप, स्वामित्व आदि की जानकारी जुटाए जाने के बाद अब रिपोर्ट बनाने का काम चल रहा है। संभवत: बुधवार तक यह रिपोर्ट कलेक्टर आशीष सिंह के समक्ष प्रस्तुत कर दी जाएगी।