नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी कैबिनेट का विस्तार करने जा रहे हैं। 2019 में सरकार गठन के बाद कैबिनेट का स्वरूप नहीं बदला था। अब बड़े पैमाने पर इसका विस्तार किया जा रहा है। इसके साथ ही कयासों का दौर शुरू हो चुका है। पार्टी नेतृत्व जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह नेताओं से मंत्रणा कर रहे हैं। जिन्हें मंत्री बनाया जाना है, उन्हें दोनों वरिष्ठ नेताओं के द्वारा सूचना दी जा रही है। वे सूचना मिलते ही दिल्ली की उड़ान भर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्रिपरिषद में संभावित विस्तार के बीच महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे के भी दिल्ली जाने की उम्मीद है। राणे को शिवसेना से पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निष्कासित किया गया था। महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष बनाने से पहले वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे। वह पिछले साल अक्टूबर में भाजपा में शामिल हुए थे।
अनुप्रिया पटेल फिर बन सकती हैं मंत्री
भाजपा के एक अन्य सहयोगी अपना दल को भी केंद्रीय मंत्रिपरिषद में जगह मिलने की उम्मीद है। अपना दल की अनुप्रिया पटेल पहले केंद्रीय मंत्री थीं। पार्टी उत्तर प्रदेश में भाजपा की एक महत्वपूर्ण सहयोगी है, जहां कुर्मियों पर उसका दबदबा है।
कैबिनेट विस्तार में बंगाल पर नजर
इसके अलावा बंगाल से बीजेपी सांसद नीतीश प्रमाणिक को भी मंत्री बनाए जाने की चर्चा जोरों पर है। वह बीते कई दिनों से दिल्ली में ठहरे हुए हैं। कहा जा रहा है कि फिलहाल वह केंद्र सरकार की ओर से शपथ के बुलावे का इंतजार कर रहे हैं। नीतीश प्रमाणिक की एंट्री से पता चलता है कि बंगाल में बीजेपी अब भी सक्रिय रहना चाहती है। नीतीश राजबंशी समुदाय से आते हैं, जिस पर विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने खूब दांव लगाया था। ऐसे में भले ही पार्टी को संतोषजनक परिणाम नहीं मिला है, लेकिन वह समुदाय की ओर से मिले समर्थन के एवज में उनके एक नेता को केंद्रीय बनाना चाहती है। इससे राजबंशी समुदाय में संदेश जाएगा और टीएमसी की भी काट की जा सकेगी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया भी आ रहे दिल्ली
कई नेता, जिनके बारे में अनुमान लगाया जा रहा है कि उन्हें मंत्रिपरिषद में संभावित बर्थ के बारे में सूचित किया गया है, राष्ट्रीय राजधानी में पहुंचने लगे हैं। वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया आज दोपहर इंदौर से दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंधिया के मंत्रिपरिषद का हिस्सा होने की उम्मीद है। वह मार्च 2020 में भाजपा में शामिल हुए हैं।
सोनोवाल भी बन सकते हैं मंत्री
एक अन्य प्रमुख दावेदार, असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल भी बहुप्रतीक्षित कैबिनेट विस्तार से पहले मंगलवार को राजधानी पहुंच रहे हैं। जनता दल (यूनाइटेड) के नेता आरसीपी सिंह और लल्लन सिंह भी राजधानी की यात्रा कर रहे हैं। भाजपा की सहयोगी जद (यू) का अब तक मंत्रिपरिषद में कोई प्रतिनिधित्व नहीं था। बिहार से ही सुशील मोदी को केंद्रीय कैबिनेट में जगह मिलने की उम्मीद है।