जिनके पास शहर में मकान, उन्हें भी चरक भवन में क्वार्टर का आवंटन

उज्जैन, अग्निपथ। चरक भवन प्रसूतिगृह के पीछे बने सरकारी क्वार्टर कर्मचारियों और डॉक्टर्स को आवंटित करने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। अपर कलेक्टर अवि प्रसाद की अध्यक्षता वाली कमेटी ने आवंटन तो कर दिए लेकिन अब अपात्र लोगों को नियमों के खिलाफ जाकर क्वार्टर आवंटन कर दिए जाने के आरोप लगने लगे है।

खबर है कि स्वास्थ्य विभाग के ही कई कर्मचारियों ने आवंटन प्रक्रिया पर अपनी आपत्तियां दर्ज कराई है। आरोप है कि जिन लोगों के पास शहर में ही अपने खुद के मकान है, उन्हें भी सरकारी क्वार्टर बांट दिए गए हैं।

चरक भवन के निर्माण के साथ ही पीछे की तरफ 36 सरकारी क्वार्टर बनाए गए थे। इनमें से 18 जी-टाईप और 18 एफ-टाईप क्वार्टर है। लंबे वक्त तक इनका स्टाफ को आवंटन नहीं हो सका था। कर्मचारियों की ओर से ही मांग बढऩे लगी तो कलेक्टर आशीष सिंह ने अपर कलेक्टर अवि प्रसाद की अध्यक्षता में कमेटी बनाकर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को क्वार्टर के आवंटन करने के निर्देश जारी किए।

10 जून तक कर्मचारियो और डॉक्टर्स से इसके लिए आवेदन मांगे गए थे। 3 जुलाई को 15 डॉक्टर्स और 5 जुलाई को 15 स्टाफ कर्मचारियों को क्वार्टर आवंटन के आदेश जारी करते हुए इन पर आपत्तियां बुलाई गई।

आवंटन में लगे ये आरोप

  • केवल पैरामेडिकल स्टाफ को ही जी-टाईप क्वार्टर अलॉट किए जाने थे लेकिन बाबूओं को भी इन्हें अलॉट कर दिया गया। जिन कर्मचारियों के शासकीय क्वार्टर टूटे, उन्हें आवंटन में प्राथमिकता नहीं दी गई।
  • जी-टाईप क्वार्टर की पात्रता में 2800 ग्रेड पे होने की भी शर्त शामिल थी। ड्रेसर जगदीश सूर्यवंशी की ग्रेड पे कम है फिर भी उन्हें क्वार्टर मिल गया।
  • एफ-टाईप क्वार्टर के आवंटन में जिन डॉक्टर्स के नाम लिस्ट में शामिल किए उनमें से कुछ के पास पहले से सरकारी क्वार्टर है, कुछ के शहर में खुद के मकान है।
  • डा. अजय दिवाकर के पास पहले से सरकारी क्वार्टर आवंटित है, उन्हें नया क्वार्टर आवंटित किया गया।
  • नर्स पुष्पलता सैनी का सांई बाग, अनीता तोमर का विद्यापति नगर, अलका शुक्ला का महालक्ष्मीनगर, सुषमा शर्मा के पास अलखधाम में अपने निजी मकान है।
  • रेडियोग्राफर दिलीप बोटके के पास पहले से दो मकान है, सुभाष नगर का एक मकान किराए पर दिया हुआ है, बावजूद इसके सरकारी क्वार्टर आवंटन में उन्हें प्राथमिकता मिली।

3 क्वार्टर रिजर्व, आवंटन केवल 33 का

चरक भवन के पीछे 36 क्वार्टर बने हैं लेकिन आवंटन 33 क्वार्टर का ही किया गया है। एफ-टाईप के तीन क्वार्टर को सीएमएचओ, सिविल सर्जन और गेस्ट रूम के रूप में रिजर्व रखा गया है।

इनका कहना

हम तो चाहते है कि आपत्तियां आए ताकि प्रक्रिया ज्यादा पारदर्शी बन सके। पहली बार ऐसा हुआ है कि संभावित नाम जारी कर हमने आपत्तियां मंगवाई है। सभी आपत्तियों का विधिवत तरीके से निराकरण होगा और जो अपात्र पाए जाएंगे उन्हें आवंटन नहीं होगा। – अवि प्रसाद, अपर कलेक्टर

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