बिजली चोरी के झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर पांच हजार लिए थे
उज्जैन, अग्निपथ। लोकायुक्त टीम ने गुरुवार को एक लाइनमैन व हेल्पर के विरुद्ध सवा सौ पेज का चालान कोर्ट में पेश किया है। दोनों पर चार साल पहले झारडा में किसान को बिजली चोरी के झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर पांच हजार रुपए रिश्वत लेते पकड़ाने का आरोप है।
लोकायुक्त रिकार्ड अनुसार महिदपुर के ग्राम रावतखेड़ी निवासी नारायणसिंह के खेत के होल में वर्ष 2017 में 3 एचपी की खराब मोटर लगी थी। बावजूद झारडा में पदस्थ लाइनमैन गिरीश कुमार विमल ने मोटर चलाने के लिए 10 हज़ार रुपए मांगे थे। उसने रिश्वत नहीं देने पर बिजली चोरी के झूठे केस में फंसाने की धमकी दी थी।
भयभीत नारायण ने लोकायुक्त में शिकायत की थी। इस पर लोकायुक्त की योजनानुसार वह 1 दिसंबर 2017 को गिरीश कुमार विमल को पांच हजार रुपए देने पहुंचा। विमल ने जैसे ही रुपए लेकर हेल्पर जगन्नाथ बागरी को देते ही डीएसपी लावरे ने उसे रंगेहाथ पकड़ लिया था।
मामले में विवेचना के बाद निरीक्षक राजेंद्र वर्मा ने गुरुवार को विशेष न्यायालय में 125 पेज का चालान पेश कर दिया। बताया जाता है आरोप सिद्ध होने पर आरोपी को 10 वर्ष का कारावास हो सकता है।