एक ओर से शहर को धार्मिक नगरी के रूप में विश्वविख्यात करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान मंचों से दावा कर रहे हैं। दूसरी ओर धार्मिक नगरी की छवि को यहां के अधिकारी खराब करने में जुटे हैं। शहर में फाजलपुरा कलाली नियम विरुद्ध ढंग से आगर रोड के नजदीक सेंटपाल स्कूल रोड पर सरकारी जमीन पर स्थापित कर दी गई है। यह कलाली पहले भी सरकारी जमीन पर संचालित हो रही थी। वहां से हटाया तो इसे सेंटपाल स्कूल के नजदीक उस जगह स्थापित कर दी गई, जहां पर सडक़ का निर्माण किया जाना है।
कलाली स्थापित करने में अपनाए गए मनमाने रवैये के खिलाफ दैनिक अग्निपथ ने मुहिम शुरू की। विधायक पारस जैन व रहवासियों ने भी अग्निपथ का साथ देकर कलाली स्थापित करने में की गई मनमानियों का विरोध किया। इस पर पिछले सप्ताह कलेक्टर ने उस कलाली को वहां से सात दिन में हटाने के निर्देश जारी किए। लगता है यह निर्देश भी सिर्फ हवा-हवाई ही रहे।
समय गुजर गया, लेकिन कलाली हटाने जैसे क्रियाकलाप वहां नजर नहीं आ रहे हैं। उल्टे कलाली संचालकों ने वहां लोहे का मजबूत गेट लगवा लिया। नल का अवैध कनेक्शन लेने की तैयारी कर ली। बिजली का मीटर उतरा लिया। किसी सरकारी जमीन पर बने अवैध निर्माण पर यह सब सुविधाएं कैसे जुटाई जा सकती है।