उज्जैन, अग्निपथ। शनिवार को महामहिम के आगमन पर उच्च शिक्षा मंत्री का वाहन बाहर ही रोक दिया गया था। लेकिन आज हेलीपेड पर बिलकुल उल्टा नजारा था। मंत्री का वाहन अंदर तक आया, जबकि आलाधिकारियों के वाहन बाहर ही रोक दिये गये। आज किसी भी अधिकारी का वाहन अंदर नहीं था।
आज प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का आगमन होने वाला था। हेलीपेड पर शनिवार की तरह ही कड़ी सुरक्षा व्यवस्था थी। मगर कड़ी सुरक्षा के बीच यह निर्देश पुलिस को साफ थे कि…उच्च शिक्षा मंत्री के वाहन को गेट पर नहीं रोका जाये। तभी जैसे ही उनका काफिला आया। तत्काल बेरिकेड्स हटा दिये गये। मंत्री डॉ. यादव को प्रशासन ने आज पूरा सम्मान दिया। यही वजह थी कि आज मुख्यमंत्री के वाहन को छोडक़र, अंदर किसी भी अधिकारी का वाहन नहीं था।
एसपी लेकर गये …
करीब 15 मिनट पहले हेलीपेड पर भाजपा नेताओं का जमावड़ा हो गया था। जैसे ही हेलीकाप्टर उतरा तो अधिकारीगण अंदर चले गये। जबकि उच्च शिक्षा मंत्री सहित बाकी सभी भाजपा नेता बाहर ही रुके रहे। यह नजारा देखकर एसपी सत्येन्द्र शुक्ला, तत्काल बेरिकेड्स हटाकर बाहर आये। उन्होंने उच्च शिक्षा मंत्री से अंदर चलने का आग्रह किया।
उच्च शिक्षा मंत्री के साथ बाकी अन्य नेता भी अंदर घुस गये। इस बीच उत्तर विधायक पारस जैन बाहर ही खड़े रहे। यह देखकर तत्काल उनके पास आकर भी आग्रह किया गया। तब वह अंदर गये। उनके साथ पूर्व विधायक सतीश मालवीय ने भी इंट्री कर ली।
बढिय़ा काम करो…
नागझिरी सोयाबीन प्लांट में होजयरी प्लांट का भूमिपूजन और कालिदास संकुल का कार्यक्रम निपटाने के बाद, मुख्यमंत्री का काफिला आखिरकार सर्किट हाऊस पहुंचा। जहां केवल जनप्रतिनिधियों के अलावा किसी भाजपा नेता को इंट्री नहीं मिली। सभी को गेट के बाहर ही रोक दिया गया। भोजन के बाद मुख्यमंत्री ने जाते-जाते कलेक्टर से कहा कि…आशीष, बढिय़ा काम करो…कोई भी दिक्कत हो तो मुझे बताना। मुख्यमंत्री का अचानक यह कहना, साथ मौजूद सभी जनप्रतिनिधियों को साफ संदेश दे गया कि…कलेक्टर उनकी गुड बुक में हैं।