देश के चार सौ युवाओं ने फेलिक्स स्कॉलरशिप के लिए किया था आवेदन , 6 का चयन
उज्जैन। शहर के युवा प्रीतम गिरिया ने फिर से उज्जैन का नाम रोशन किया है। उसकी कड़ी मेहनत और लगन का परिणाम है कि वह यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन के प्रतिष्ठित संस्थान में उसका चयन हुआ है। जहां वह एलएलएम की पढ़ाई करेगा। इतना ही नहीं उसे प्रतिष्ठित फेलिक्स स्कॉलरशिप भी मिली है।
उक्त स्कॉलरशिप में पढ़ाई की अवधि, कॉलेज की फीस, लंदन में रहने का खर्च और अन्य व्यय भी शामिल है। उक्त स्कॉलरशिप भारत के मात्र छह स्टूडेंट को मिलती है, इसमें दो पीएचडी और चार मास्टर्स डिग्री के स्टूडेंट शामिल रहते हैं। प्रीतम का चयन दिल्ली की नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में हो चुका है, जहां उसका एलएलबी का अंतिम वर्ष पूरा हो गया।
लंदन में 27 सितंबर 2021 से उनका एलएलएम का सत्र शुरू होगा। प्रीतम उज्जैन के वरिष्ठ अभिभाषक अजय गिरिया के पुत्र हैं। प्रीतम का स्कॉलरशिप में चयन होने की सूचना संस्था के स्कॉलरशिप आफिसर मुख्तार अहमद ने दी है।
वकीलों के एलीट ग्रुप में पहचान बनेगी
प्रीतम एलएलएम करने के बाद देश के वकीलों के एलीट ग्रुप में अपनी पहचान बना पाएगा। क्योंकि 1991 से मिलने वाली स्कॉलरशिप कुछ दो सौ लोगों को मिली है। इसमें गिनती के वकील हैं। प्रीतम का कहना है कि जनवरी में उसे लंदन ऑफ यूनिवर्सिटी से एडमिशन की सूचना मिली थी। 26 जून को इंटरव्यू के लिए काल आया था और 7 जुलाई को उसे स्कॉलरशिप मिलने की सूचना मिल गई थी।
एशिया की टॉप स्कॉलरशिप है फेलिक्स
एशिया, अफ्रीका और मिडिल ईस्ट के देशों में कानून की पढ़ाई के लिए फेलिक्स स्कॉलरशिप का महत्व सबसे ज्यादा है। संस्था के स्कॉलरशिप आफिसर मुख्तार अहमद के मुताबिक इसके लिए पढ़ाई में अव्वल युवाओं का ही चयन होता है। इसलिए दुनियाभर में इसका अलग मुकाम है।