गर्भगृह में प्रवेश को लेकर सावन के पहले बैठक में होगा फैसला
आगर मालवा, अग्निपथ। श्रावण में प्रतिदिन हजारों की संख्या में भक्त बाबा बैजनाथ के दर्शन करने पहुंचते हैं। इस बार बगैर मास्क लगाए भक्तों को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
यह फैसला श्रावण में होने वाले आयोजनों की तैयारी को लेकर मंगलवार शाम मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में लिया गया। एसडीएम राजेंद्र सिंह रघुवंशी के कार्यालय में हुई बैठक में सावन माह में बिना मास्क लगाए लोगों को मंदिर में प्रवेश न देने के अलावा सभी दर्शनार्थियों को मुख्य द्वार से प्रवेश दिया जाए तथा अन्य द्वार बंद रखे जाना भी तय किया गया। लेकिन बुजुर्ग या ऐसे व्यक्ति जिन्हें चलने में परेशानी होती हैं उनके लिए मंदिर के पास का द्वार खोलने की सुविधा रहेगी।
वहीं दर्शनार्थियों को श्रावण में मंदिर के गर्भगृह में जाने की अनुमति को लेकर एक और बैठक श्रावण आरम्भ होने के पहले रखी जाएगी। हालांकि अभी यह तय किया गया कि यदि गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी तो बाहर से ही बाबा को जल चढ़ाने की व्यवस्था की जाएगी।
श्रावण माह में 5 सोमवार व दो पर्व पर विशेष श्रृंगार होंगे। यदि इसके लिए कोई दान दाता आगे आता हैं तो उससे दान लिया जाएगा अन्यथा प्रशासनिक व्यवस्था की जाएगी। मंगलनाथ मंदिर के पास स्थित झोपड़ीनुमा अतिक्रमण को हटाने का भी बैठक में निर्णय लिया गया।
शाही सवारी को लेकर अगली बैठक में होगा निर्णय
श्रावण के अन्तिम सोमवार को बैजनाथ महादेव की शाही सवारी निकालने की परंपरा हैं। गत वर्ष कोरोना काल के दौरान भी प्रशासन ने शाही सवारी निकलाई थी। इस बार शाही सवारी निकाले जाने को लेकर निर्णय भी अगली बैठक तक के लिए टाल दिया गया। मंगलवार को हुई मंदिर समिति की बैठक में मंदिर के नोडल अधिकारी एसएलआर राजेश सरवटे, तहसीलदार डीके सोनी, शिवनारायण गुर्जर, नवनीत पालीवाल, बसंत गुप्ता, दिनेश परमार, पुजारी मुकेश पुरी, भभूत पुरी तथा आरआई पटवारी मौजूद रहे।