दंपत्ति ने किया था मालिकों से अनुबंध, सरसाना पुलिस आई
उज्जैन, (जितेश सिंह)। शहर से गायब 8 ट्रकों के मामले में नया खुलासा हुआ है। चोरी गये 4 ट्रक बिहार में शराब तस्करी में पकड़ाए हैं। इसकी जांच के लिये बुधवार को सरसाना से पुलिस दल आया है। खास बात यह है कि सभी गायब हुए ट्रक एक दंपत्ति ने कंपनी में अटैच के नाम पर अनुबंधित किये थे। मामले में चिमनगंज पुलिस 7 माह से जांच कर रही है।
बिहार सरसाना से एएसआई सत्येन्द्रसिंह आरक्षक के साथ बुधवार को चिमनगंज थाने पहुंचे। वह यहां अक्टूबर माह में पकड़ाए शराब से भरे ट्रक क्रमांक एमपी 09 एचजी 2780 के मालिक की तलाश में पहुंचे थे। जांच में उन्हें पता चला कि ट्रक मालिक भागवत सिसौदिया निवासी इंदिरानगर ने जनवरी माह में चार अन्य ट्रक मालिकों के साथ अमानत में खयानत का मामला दर्ज कराया था।
मामले की जांच कर रहे एसआई सचिन्द्रसिंह सेंधव ने उन्हें बताया कि क्षेत्र से ट्रक चोरी हुए थे। एक राजस्थान के बारां से मार्च में जब्त कर आरोपी अब्दुल रईस को पकड़ा था। पहले भी तीन ट्रकों के बिहार में शराब तस्करी के दौरान पकडऩे जाने की जानकारी मिल चुकी है। सरसाना पुलिस यहां दर्ज रिपोर्ट का रिकार्ड लेकर लौट गई है।
दंपत्ति की तलाश जारी-अमानत में खयानत केस की जांच कर रहे एसआई सेंधव ने बताया कि ट्रक अनुबंध करने वाले दंपत्ति और उनके साथी की तलाश में अब तक कई बार छापेमारी की। काफी प्रयास के बाद भी उनका सुराग नहीं मिल पाया है। मुख्य आरोपी आसिफ कुछ समय पहले नकली नोट मामले में महू पुलिस की गिरफ्त में आया था।
महू के दंपत्ति ने की थी वारदात
एसआई सेंधव ने बताया कि शहर के पांच ट्रक मालिकों से पिछले वर्ष महू निवासी आसिफ और उसकी पत्नी सबीना बी ने प्लायवुड कंपनी में अटैच के नाम पर आठ ट्रकों का अनुबंध किया था। उनके साथ राजस्थान बारां का इरफान भी शामिल था। तीनों ने करीब एक लाख रुपये प्रतिमाह देने का वादा कर ट्रक हायर किए थे। कुछ ट्रक मालिकों को 2 से 3 माह राशि भी दी। इनमें दो ट्रक भागवत के थे।
राजस्थान के रास्ते पहुंचे हरियाणा
मामले की जांच में पता चला कि शहर से रवाना होने के बाद ट्रक राजस्थान के बारां और जहाजपुर पहुंचे थे, जहां से गिरोह के सदस्यों ने हरियाणा के शराब कारोबारियों तक पहुंचाया था। बिहार में शराब प्रतिबंध के बीच अलग-अलग थानों पर पकड़ाए चार ट्रकों में 60 से 65 लाख की शराब मिली थी।