शहर में अपराधों का ग्राफ दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। पुलिस कप्तान की हिदायत के बावजूद थाना प्रभारियों की कार्यप्रणाली में कोई बदलाव नहीं आया। ना ही डायल 100 की गश्त भी ठीक से नहीं हो रही है। इसी कारण बदमाश वारदात को अंजाम देने में नहीं चूक रहे हैं।
गुरुवार की रात में विवेकानंद में बदमाशों ने एक चार पहिया वाहन के कांच फोड़ दिये और जिस वाहन के कांच फोड़े उसके मालिक के घर को भी नहीं छोड़ा गया वहां पर ईंट और पत्थरों से हमला कर दिया गया। ऐसा एक बार नहीं हो रहा बल्कि इस प्रकार की हरकतें पहले भी हो चुकी है और जिन्हें पुलिस ने पकड़ा वे कुछ घंटों के बाद ही थानों से वापस आकर रहवासियों को धमकाते हैं।
इस वजह से कोई भी शिकायत करने आगे नहीं आता है। क्योंकि चार पहिया वाहनों के कांच काफी महंगे आते हैं। इसलिये भी वाहन चालक चेहरे बताने में असमर्थ रहते हैं। पूर्व में विवेकानंद के शिव मंदिर पर पुलिस जवानों की तैनाती की गयी थी। अगर पुन: यहां पर पुलिस जवानों की तैनाती की जाये तो काफी हद तक यहां पर हो रही वारदातों पर अंकुश लग जायेगा।
शिव मंदिर के पीछे बनी झोपडिय़ों में सारी अवैध गतिविधियां संचालित की जाती है और यह सब पुलिस की जानकारी में रहता है उसके बावजूद भी पुलिस का मौन रहना कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है।