महिदपुर रोड। यदि किसी शिक्षक की ग्रामीण जन अपने स्वयं के खर्चे से चबूतरा स्थल की जमीन खरीद कर प्रतिमा स्थापित कराएं तो यह आश्चर्य की बात है। ऐसा ग्राम कंधारखेड़ी में हुआ है, यहां प्रतिमा स्थापना के दौरान गांव के लोगों के अलावा आसपास के गांव से महिला बच्चे भी श्रद्धापूर्वक शामिल हुए।
ग्राम कंधार खेड़ी (खेड़ा) की शाला में शिक्षक रहे विनय चतुर्वेदी के प्रति ग्रामीणों की श्रद्धा को गुरुवार की शाम को जिसने भी देखा उनकी ग्रामीणों समाज तथा हिंदू धर्म संस्कृति के प्रति श्रद्धा को देख नतमस्तक हुए बिना नहीं रह पाया। ग्राम के बुजुर्गों ग्रामीणों राम सिंह, सावन सिंह, ज्ञानसिंह के अनुसार गांव के हर व्यक्ति को ऐसा लगा जैसे उनके परिवार का ही कोई हमारा अपना उनसे बिछड़ गया है। अंबाशंकर चतुर्वेदी, कमलेश चतुर्वेदी के अनुसार विनय भैया जो किया है उससे हमारे पूरे परिवार का गर्व से मस्तक ऊंचा हो गया है।
परिवार में भी विनय चतुर्वेदी सभी को साथ लेकर चलते थे। ग्राम में मूर्ति स्थापना प्राण प्रतिष्ठा आचार्य कमलेश चतुर्वेदी तथा उप आचार्य राकेश चतुर्वेदी ने 3 दिन तक लगातार कलश यात्रा, हवन पूजन मूर्ति की शुद्धिकरण तथा मंत्रोच्चार के बीच सारा कार्यक्रम गुरुवार की देर शाम तक संपन्न करवाया। इस मौके पर विनय चतुर्वेदी के सहयोगी शिक्षकों सहित विभागीय अमला तथा गायत्री परिवार के उनके सहयोगी भी इस कार्यक्रम के सहभागी बने।