नलखेड़ा। वर्षा की लंबी खेंच के कारण क्षेत्र को सूखाग्रस्त घोषित करने व यहां राहत कार्य चलाए जाने की मांग को लेकर पूर्व विधायक वल्लभभाई अंबावतिया ने प्रदेश के मुख्य सचिव एवं राजस्व व कृषि विभाग के प्रमुख सचिवों को पत्र लिखा है। जिसमें सुसनेर विधानसभा क्षेत्र को शीघ्र सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग की है
अंबावतिया ने बताया कि कमजोर मानसून और वर्षा की लंबी खेंच के कारण क्षेत्र में सोयाबीन की फसल नष्ट होने की कगार पर है। सुसनेर, नलखेड़ा और मोहन बड़ोदिया तहसील में अल्प वर्षा के कारण लगभग 90 प्रतिशत क्षेत्र में किसानों ने बोवनी नहीं की है। जहां किसानों ने बोवनी कर दी है वहां अवर्षा के कारण दोबारा बोवनी के हालात हो गए हैं।
अंबावतिया का दावा है कि सरकारी अनुमान और मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार प्रदेश में आगर जिले में सबसे कम वर्षा होने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार 15 जून से 15 जुलाई तक मानसून की वर्षा पर्याप्त नहीं होने पर शासन द्वारा निर्धारित नियम से क्षेत्र को सूखाग्रस्त व अल्प वर्षा प्रभावित माना जाता है। इसके चलते शासन को सुसनेर विधानसभा क्षेत्र की सुसनेर नलखेड़ा और मोहन बड़ोदिया तहसील सहित संपूर्ण विधानसभा क्षेत्र को सूखा व जल अभावग्रस्त घोषित कर नियमों के अनुसार शीघ्र ही राहत कार्य प्रारंभ करना चाहिए। जिससे क्षेत्र के मजदूर रोजगार के अभाव में पलायन न करें।
उन्होंने बताया कि किसान राजस्व परिपत्र क्रमांक 4 के अनुसार किसानों की फसल नष्ट होने और सूखा पडऩे पर किसानों को मुआवजा देने एवं राहत कार्य चलाए जाने का प्रावधान है। इसलिए क्षेत्र में किसानों को मुआवजा प्रदान किया जाए एवं शासन द्वारा बीमा कंपनी को आदेशित कर फसल बीमा दिया जाए।