उज्जैन, अग्निपथ। महाराष्ट्र की एक कंपनी ने बीमा राशि डबल करने का झांसा देकर दर्जनों लोगों को लाखों रुपए की चपत लगा दी। 14 लोगों के मामले सामने आने पर नीलगंगा पुलिस ने बुधवार रात कंपनी संचालकों पर केस दर्ज कर दिया। आरोपियों में एक महिला सहित सात लोग शामिल है।
एसआई प्रवीण आर्य ने बताया कि महाराष्ट्र के पूणे स्थित फिचवाड़ निवासी बालासाहेब पिता केशवराव भापकर ने पत्नी वंदना, पुत्र शशांक, साथी निखिल पिता शंभाजी, श्रीसतीश नागनाथ पिता चंगन सीवे ने मेसर्स साईंप्रसाद फूड लिमिटेड कंपनी बना रखी है। उसने वर्ष 2015 में सनशाईन टॉवर में कार्यालय खोल पुणे के शिशुपाल यादव को मैनेजर बना रखा था। दावा किया था कि उनकी कंपनी से बीमा करवाने पर तय समय में डबल राशि दी जाएगी। भरोसे में दर्जनों लोगों ने 15 अगस्त 2015 से 19 सितंबर 2020 तक हजारों रुपए जमा कर दिए, लेकिन पालिसी पकने पर कंपनी भाग गई।
ठगी का पता चलते ही विक्रम नगर झोपड़पट्टी निवासी आत्माराम पिता हिंदूजी सूर्यवंशी आदि ने शिकायत कर दी। एसआई प्रवीण आर्य ने बताया अब तक 14 पीडि़तों से 5 लाख से अधिक ठगी का मामला सामने आ चुका है। सात लोगों पर केस दर्ज कर दिया है। आरोपियों को पकडऩे जल्द-ही टीम महाराष्ट्र जाएगी। मामले में और फरियादी सामने आ रहे हैं। ऐसे में ठगी गई राशि बढऩा तय है।
कलेक्टर एसपी की पहल पर कार्रवाई
खास बात यह है कि कंपनी सितंबर में ही जमाकर्ताओं की पॉलिसी पकने पर ऑफिस बंद कर भाग गई थी। नतीजतन पीडि़तों ने पुलिस से शिकायत की थी। सुनवाई नहीं होने पर पीडि़त कलेक्टर आशीष सिंह से गुहार लगाई थी। उन्होंने चिटफंट कंपनियों के खिलाफ मुहिम के चलते एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा था। नतीजतन पुलिस को कंपनी के खिलाफ केस दर्ज करना पड़ा।